देश में आधार डेटा लीक की एक बड़ी घटना सामने आई है। तमिलनाडु में इसकी वजह से लगभग 50 लाख लोगों के आधार डिटेल्स को ऑनलाइन बेचा जा रहा है। इसमें आधार डिटेल्स के अलावा कई अन्य पर्सनल डिटेल्स भी शामिल हैं। इस डेटा को हैकर फोरम पर बेचा जा रहा है।
नई दिल्ली। देश में आधार डेटा लीक की एक बड़ी घटना सामने आई है। तमिलनाडु में इसकी वजह से लगभग 50 लाख लोगों के आधार डिटेल्स को ऑनलाइन बेचा जा रहा है। इसमें आधार डिटेल्स के अलावा कई अन्य पर्सनल डिटेल्स भी शामिल हैं। इस डेटा को हैकर फोरम पर बेचा जा रहा है।
द वीक की रिपोर्ट के अनुसार, तमिलनाडु नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण विभाग से ये लीक हुआ है। लीक को लेकर एक साइबर स्टार्टअप कंपनी Technisanct की ओर से पब्लिश किया गया था। इस लीक में आधार डिटेल्स के अलावा, पता, मोबाइल नंबर और परिवार की जानकारी भी है।
इस लीक में 49,19,668 लोगों की डिटेल्स हैं। वेबसाइट की डेशबोर्ड के अनुसार डिपार्टमेंट के साथ 6.76 करोड़ लोगों का आधार रजिस्टर्ड है। इस लीक के लिए कमजोर डेटा सिक्योरिटी को बताया जा रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार इस डेटा को पॉपुलर हैकर फोरम पर 28 जून को अपलोड किया गया था। इसे जिस वेंडर ने शेयर किया था वो पहले भी लीक्ड डेटाबेस को शेयर करता रहा है। इस लिंक को रिपोर्ट लिखे जाने से एक घंटे पहले हटा लिया गया।
द वीक को Technisanct के फाउंडर और सीईओ नंदकिशोर हरिकुमार ने बताया कि ये डेटा छोटा सा हिस्सा मात्र हो सकता है। हैकर्स के पास हो सकता है काफी ज्यादा डेटा उपलब्ध हो। ये हैकर वियतनाम के माने जा रहे हैं। इस पर सरकार की ओर फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं की गई है।
तमिलनाडु नागरिक आपूर्ति विभाग राशन कार्ड जारी करता है। इसके अलावा ये पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम से बंटने वाले सब्सिडी वाले फूड को भी देखता है। स्मार्ट कार्ड अप्लाई करने के लिए आधार नंबर को होना जरूरी है।