यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के रविवार को एक जनसभा में दिए एक बयान को लेकर विवाद बढ़ गया है। उन्होंने रविवार को एक जनसभा में मोहम्मद अली जिन्ना (Mohammad Ali Jinnah) को सरदार पटेल (Sardar Patel) और महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की तरह ही आजादी का नायक बता दिया है। उनके इस बयान को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने 'शर्मनाक' (Shameful) और 'तालिबानी मानसिकता' (Talibani mentality) वाला बताया है।
लखनऊ। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के रविवार को जनसभा में दिए एक बयान को लेकर विवाद बढ़ गया है। उन्होंने रविवार को एक जनसभा में मोहम्मद अली जिन्ना (Mohammad Ali Jinnah) को सरदार पटेल (Sardar Patel) और महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की तरह ही आजादी का नायक बता दिया है। उनके इस बयान को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने ‘शर्मनाक’ (Shameful) और ‘तालिबानी मानसिकता’ (Talibani mentality) वाला बताया है। इसके साथ ही सीएम योगी (CM Yogi) ने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) से माफी मांगने की बात भी कही है।
'खास वोटबैंक' के लिए सरदार पटेल की तुलना विभाजनकारी जिन्ना से करने वाले अखिलेश का चेहरा एक बार फिर बेनकाब हो गया है।
राजनीतिक स्वार्थ के लिए सरदार पटेल का अपमान करने वाले अखिलेश को पूरे समाज से माफी मांगनी चाहिए।#जिन्ना_प्रेमी_अखिलेश pic.twitter.com/IzKTsGxEi6
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) November 1, 2021
अखिलेश ने देश को बांटने वाले जिन्ना की तारीफ एक विशेष वोटबैंक को खुश करने के लिए की है। जनता को इनकी तालिबानी मानसिकता को समझना चाहिए और इनसे सावधान रहना चाहिए।
अखिलेश ने देश को बांटने वाले जिन्ना की तारीफ एक विशेष वोटबैंक को खुश करने के लिए की है। जनता को इनकी तालिबानी मानसिकता को समझना चाहिए और इनसे सावधान रहना चाहिए।#जिन्ना_प्रेमी_अखिलेश pic.twitter.com/UAXWWEO8r3
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प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने कहा कि अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की विभाजनकारी मानसिकता यूपी की जनता स्वीकार नहीं करेगी। मुख्यमंत्री योगी (CM Yogi) ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल (Sardar Vallabh Bhai Patel) भारत की एकता और अखंडता के शिल्पी हैं। कल सपा प्रमुख की विभाजनकारी मानसिकता सामने आ गई है। जब उन्होंने जिन्ना को समकक्ष रख के सरदार वल्लभ भाई पटेल की तुलना की। ‘खास वोटबैंक’ के लिए सरदार पटेल की तुलना विभाजनकारी जिन्ना से करने वाले अखिलेश का चेहरा एक बार फिर बेनकाब हो गया है। राजनीतिक स्वार्थ के लिए सरदार पटेल का अपमान करने वाले अखिलेश को पूरे समाज से माफी मांगनी चाहिए।
सीएम योगी (CM Yogi) ने कहा कि ये तालिबानी मानसिकता है। हर वक्त तोड़ने का प्रयास करती है। पहले जाति और अन्य वादों के नाम पर तोड़ने की प्रवृत्ति, जब वो अपने मंसूबों पर सफल नहीं हो रहे हैं, तो महापुरुषों पर लांछन लगा कर पूरे के पूरे समाज को अपमानित करने का प्रयास कर रहे हैं। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के बयान की पूरे समाज को निंदा करनी चाहिए। सपा प्रमुख को अपने इस कृत्य के लिए माफी मांगनी चाहिए। सरदार वल्लभ भाई पटेल (Sardar Vallabh Bhai Patel) के इस अपमान को देश कभी स्वीकार नहीं कर सकता।
मुरादाबाद में प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अंतर्गत निर्मित भवनों का लोकार्पण व लाभार्थियों को चाबी वितरण कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा कि कोरोनाकाल में विपक्ष होम आइसोलेशन में था। लूटने वाले जनता का हित नहीं कर पाएंगे।
सीएम योगी (CM Yogi) ने कहा कि पिछली सरकारों में आस्था के हिसाब से त्योहारों का आयोजन नहीं करने दिया जाता था। न बिजली आती थी, न चलने के लिए सड़क थी। न पेयजल की व्यवस्था थी। न स्वास्थ्य की सुविधाएं थीं। पिछली सरकार प्रदेश की 24 करोड़ जनता को परिवार का हिस्सा नहीं मानती थी। उन लोगों ने गरीबों को शासन की योजनाओं का लाभ दिलाने का काम नहीं किया। 2017 से पहले केन्द्र की योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए मोदी सरकार (Modi government) द्वारा प्रदेश की पिछली सरकार से सूची मांगी जाती थी, ताकि गरीब परिवार का कल्याण हो सके। तब पिछली सरकार में बैठे लोगों को वह सूची तक देने की फुर्सत नहीं थी।
‘देश की आजादी में पटेल, नेहरू, महात्मा गांधी और जिन्ना ने मिलकर संघर्ष किया था’
रविवार को हरदोई जिले में माधौगंज कस्बे के लखनऊ पब्लिक स्कूल परिसर (Lucknow Public School Complex) में आयोजित जनसभा में पूर्व मुख्यमंत्री और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (SP National President Akhilesh Yadav) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) और भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इस सरकार को सिर्फ दो ही काम पसंद हैं।
पहला नाम बदलना और दूसरा शौचालय बनवाना। उन्होंने कहा कि सरकार तीनों कृषि कानून वापस लेकर सरदार पटेल को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करे। उन्होंने कहा कि देश की आजादी में पटेल, नेहरू, महात्मा गांधी और जिन्ना ने मिलकर संघर्ष किया था।