नवंबर के महीने से मौसम में तेजी से बदलाव आता है। तापमान गिरने लगता है और हाव में धूल के कण मौजूद मिलते है। इससे ठंड आहिस्ता आहिस्ता बढ़ने लगती है।
Cold And Pollution : नवंबर के महीने से मौसम में तेजी से बदलाव आता है। तापमान गिरने लगता है और हाव में धूल के कण मौजूद मिलते है। इससे ठंड आहिस्ता आहिस्ता बढ़ने लगती है। देश की राजधानी समेत पूरे देश के अधिकांश शहरों में ठंड के मौसम में पॉल्यूशन अटैक करने लगता है। सर्दियों का सबसे ज्यादा असर आपकी त्वचा पर पड़ता है और लोगों को त्वचा से संबंधित कई समस्याओं दोचार होना पड़ता है। विशेषज्ञों कीके अनुसार, सर्दियों में गिरता तापमान और प्रदूषण आपकी त्वचा पर दोहरी मार का कारण बनता है। सर्दियों में तापमान कम होने से हवा शुष्क यानी ड्राई हो जाती है, जिससे त्वचा रूखी और बेजान होने लगती है। त्वचा पर झुर्रियां, दाग-धब्बे और अन्य समस्याएं पैदा होने लगती हैं। प्रदूषण त्वचा को अंदरूनी तौर पर नुकसान पहुंचाता है। आइये इन समस्याओं से बचने के तरीके जान लेते हैं।
1.सर्दियों में अपना मॉइस्चर लेवल सही रखने की जरूरत होती है।
2.सनस्क्रीन के इस्तेमाल से सर्दियों चेहरे का रंग फीका नहीं पड़ता है। इसे लगाने से सनबर्न (Sunburn), बढ़ती उम्र के लक्षण और स्किन कैंसर से बचाव होता है।
3.ड्राईनेस दूर करने के लिए सरसों का तेल एक अच्छा उपाय है।
4.त्वचा को टैनिंग से बचाने के लिए शरीर को ज्यादा से ज्यादा ढ़क कर रखें।
5.कड़वी नीम त्वचा की समस्या को ठीक से दूर करती है। नीम के पत्ते में एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक गुण होते हैं जो खुजली को दूर भगाने में हेल्प करती है।
6.गेंदे के पौधे की पत्तियों में एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं। जिससे आपकी खुजली की समस्या दूर होती है।
7.दिन भर अपनी त्वचा को नमी से भरपूर रखें। इसके लिए आपको दिन में दो बार स्किन क्रीम या मॉइश्चराइजर लगाने की सलाह दी जाती है।