फ्रांस में एक बार फिर हिजाब पहनने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। ये उम्मीदवार फ्रांस में निकाय चुनाव से पहले हुआ है, जब हिजाब पहनकर महिला उम्मीदवार सड़क पर वोट मांगने निकली। इसके बाद महिला का विरोध शुरू हो गया। विवाद बढ़ता देख फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने उनसे समर्थन वापस ले लिया।
नई दिल्ली। फ्रांस में एक बार फिर हिजाब पहनने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। ये उम्मीदवार फ्रांस में निकाय चुनाव से पहले हुआ है, जब हिजाब पहनकर महिला उम्मीदवार सड़क पर वोट मांगने निकली। इसके बाद महिला का विरोध शुरू हो गया। विवाद बढ़ता देख फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने उनसे समर्थन वापस ले लिया।
दरअसल, राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की पार्टी ने कुछ महिलाओं को चुनाव में उम्मीदवार बनाया था, लेकिन जैसे ही ये महिलाएं हिजाब पहन कर सड़कों पर प्रचार के लिए उतरीं तो उनका विरोध शुरू हो गया। विरोध होते ही राष्ट्रपति की पार्टी ने सभी से समर्थन वापस ले लिया। राष्ट्रपति के इस कदम के बाद वे उम्मीदवार निर्दलीय मैदान में हैं। लेकिन दुनिया भर में इमैनुएल मैक्रों के इस फैसले की जम कर आलोचना हो रही है।
लोग उन्हें मुस्लिम विरोधी कह रहे हैं। हालांकि महिला उम्मीदवारों का कहना है कि अपने अधिकार के लिए वह आगे तक लड़ती रहेंगी। वह हार मानने वाली नहीं हैं। गौरतलब है कि फ्रांसीसी कानून चुनावी पोस्टर पर हिजाब पहनने पर पाबंदी नहीं लगाता। लिहाजा इमैनुएल मैक्रों की हर तरफ आलोचना हो रही है।