नई दिल्ली। देश में कोरोना को लेकर चिंताजनक स्थिति बनी हुई है। इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा कि कोरोना को लेकर दुनिया में चिंताजनक स्थिति बनी है। यहां स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा कि देश में कोरोना संक्रमण के सक्रिय मामलों की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है।
उन्होंने बताया कि देश में अब कोरोना के 2.2 लाख से भी कम सक्रिय मरीज रह गए हैं। कोरोना वैक्सीन को लेकर उन्होंने कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक की वैक्सीन को भारत में आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिली है। जनवरी में जायडस कैडिला के तीसरे चरण का ट्रायल शुरू होगा, स्पुतनिक V का दूसरे और तीसरे चरण का ट्रायल जारी है। बायोलॉजिकल ई का पहले चरण का ट्रायल चल रहा है। जेनोवा के पहले चरण के ट्रायल को मंजूरी मिली है।
दुनिया के दूसरे देशों के अलग-अलग वैक्सीन की कीमत और उसके स्टोरेज के लिए तापमान के जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी। उन्होंने कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट से भारत सरकार ने वैक्सीन के 110 लाख डोज का फिलहाल ऑर्डर दिया है। इनकी कीमत 200 रुपये प्रति डोज (टैक्स छोड़कर) है। भारत बायोटेक से कोवैक्सीन की 55 लाख डोज खरीदने का फैसला किया है, जिनमें से 38.50 लाख डोज की कीमत 295 रुपये प्रति डोज है। भारत बायोटेक एक विशेष भेंट के रूप में केंद्रीय सरकार को कोवाक्सिन की 16.50 लाख खुराक मुफ्त प्रदान करेगा।
उन्होंने कहा कि फाइजर की वैक्सीन को अनेक देशों में आपातकालीन प्रयोग की अनुमति मिली है, इसका प्रति डोज का दाम 1,400 रुपये से अधिक है। मॉडर्ना की वैक्सीन का एक डोज 2,300-2,700 रुपये में उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि दो खुराक के टीका के प्रभाव को विकसित होने में 14 दिन लगते हैं। इसलिए कोविड के लिए उचित व्यवहार बनाए रखना अनिवार्य है।