ओस्लो: कोरोना वायरस के प्रभाव से पुरी दुनिया त्रस्त है। इसके लिए वैक्सीन का इंतजार पूरी दुनिया को था। अब जब फाइजर ने वैक्सीन बना ली है। साथ ही टीकाकरण भी लगभग कई देशों में शुरू हो चुका है। इस दौरान नार्वे से एक दिल दहलाने वाली खबर आ रही है। नार्वे में वैक्सीन लगने के बाद 13 लोगो का मौत हो चुकीं है। फाइजर के टीकें को लेकर अब सवाल उठने लगे है।
नए साल से 4 दिन पहले नार्वे में टीकाकरण की शुरूआत हुई थी। 67 साल के सविन एंडरसन को सर्वप्रथम टीका लगाया गया था। इसके बाद अब तक 33 हजार लोगो को टीका लगाया जा चुका है। वैक्सीन को लेकर शुरू में ही कहा गया था की कुछ लोगो को साइड इफेक्ट्स हो सकता है। जिन लोगो की मौत हुई है उनकी उम्र 80 साल या 90 साल से भी अधिक बताया जा रहा है। ये लोग या तो कमजोर थे या बुजूर्ग थे। टीका लगाने के बाद इन्हे या तो तेज बुखार हुआ और पुरे शरीर में बेचैनी होने लगी। इसके बाद इनकी मौत हो गई।
मैडसेन ने कहा, ये मामलें र्दुलभ है और हजारों लोगो को बिना किसी घातक परिणाम के टीका लगाया जा चुका है। इसका मतलब ये है की जिन लोगो की जान गई है। वे ह्दय के बिमारीयों से या अन्य बड़े बिमारीयों से ग्रसित थे।