अब तो कोरोना का दूसरा चरण भी शुरु हो गया है। इस समय ये माहामारी अपने पीक पर है। दूसरा चरण पहले चरण से भी ज्यादा खतरनाक साबित हो रहा है। इस समस्या से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ भी अछूती नहीं है। लखनऊ में भी रोजाना कोरोना के सैकड़ो मामले सामने आ रहे हैं। और कोरोना के कारण मरने वाले लोगो की भी संख्या में भी इजाफा हुआ है। राजधानी लखनऊ में कोविड अस्पतालों में कुल 717 बेड़ो की व्यवस्था है। जिसमें से 438 बेड फूल हो गये हैं।
लखनऊ। पिछले साल से ही कोरोना माहामारी ने पूरे विश्व में तांडव मचा रखा है। पूरे विश्व को अपने चपेटे में लेने वाली ये बिमारी संक्रमण की बिमारी है। जिस कारण हमारे देश के साथ साथ जहां भी इसका प्रभाव रहा वहां लाकडाउन भी लगाया गया था। लोगो को उम्मीद थी की इस साल इस बिमारी से आजादी मिल जायेगी। लेकिन ऐसा होता कही नजर नहीं आ रहा है। अब तो कोरोना का दूसरा चरण भी शुरु हो गया है।
इस समय ये माहामारी अपने पीक पर है। दूसरा चरण पहले चरण से भी ज्यादा खतरनाक साबित हो रहा है। इस समस्या से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ भी अछूती नहीं है। लखनऊ में भी रोजाना कोरोना के सैकड़ो मामले सामने आ रहे हैं। और कोरोना के कारण मरने वाले लोगो की भी संख्या में भी इजाफा हुआ है। राजधानी लखनऊ में कोविड अस्पतालों में कुल 717 बेड़ो की व्यवस्था है।
जिसमें से 438 बेड फूल हो गये हैं। राजधानी में जिला जज और अपर जिला सत्र न्यायाधीश भी कोरोना से संक्रमित हो गये हैं। वहीं रेलवे के विभाग से भी डीआरएम समेत दर्जनों कर्मियों के संक्रमित होने की खबर है। हालांकि कोरोना की वैक्सीन भी भारत समेत और भी कुछ देशों ने बना लिया है। कोरोना वैक्सीनेशन का काम भी तेजी से किया जा रहा है। 1 अप्रैल से अब 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को भी वैक्सीन लगनी शुरू हो गई।
अभी तक 60 साल से अधिक उम्र वाले बुजुर्गों और 45 साल से ज्यादा उम्र के लोग जिन्हें गंभीर बीमारियां हैं, उन्हें ही टीका लगाया जा रहा था। टीकाकरण अभियान को गति देने के उद्देश्य से सरकार ने बड़ा फैसला लिया है और इसके तहत अब हर दिन कोरोना की वैक्सीन लगेगी। भारत सरकार ने कहा है कि अप्रैल में अब हर दिन (सरकारी छुट्टियों समेत) प्राइवेट से लेकर सरकारी वैक्सीनेशन सेंटर पर कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगी।