देश में कोरोना की तीसरी लहर (corona third wave in india) जल्द आने की नई भविष्यवाणी के बीच भारत में विकसित कोरोना टीका कोवैक्सीन (Covaxin) से जुड़ी बड़ी जानकारी सामने आई है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) की स्टडी में दावा किया गया है कि देसी टीका कोरोना के खतरनाक वैरिएंट म्यूटेशन डेल्टा प्लस से लड़ने में भी सक्षम है। बता दें कि कोवैक्सीन का निर्माण भारत बायोटेक ने ICMR के साथ मिलकर ही किया है।
नई दिल्ली। देश में कोरोना की तीसरी लहर (corona third wave in india) जल्द आने की नई भविष्यवाणी के बीच भारत में विकसित कोरोना टीका कोवैक्सीन (Covaxin) से जुड़ी बड़ी जानकारी सामने आई है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) की स्टडी में दावा किया गया है कि देसी टीका कोरोना के खतरनाक वैरिएंट म्यूटेशन डेल्टा प्लस से लड़ने में भी सक्षम है। बता दें कि कोवैक्सीन का निर्माण भारत बायोटेक ने ICMR के साथ मिलकर ही किया है।
ICMR ने कहा है कि कोवैक्सीन सिर्फ डेल्टा वैरिएंट Delta Plus variantपर नहीं, बल्कि इसके म्यूटेशन AY.1 यानी डेल्टा प्लस पर भी कारगर है। बता दें कि डेल्टा वैरिएंट इस वक्त वायरस ऑफ कंसर्न श्रेणी में है।
Delta Plus variant को लेकर चिंतित कई देश
WHO ने कोरोना वायरस के 8 वैरिएंट को अलग-अलग कैटेगरी में रखा है। इसमें से चार वायरस ऑफ इंट्रेस्ट हैं और चार वायरस ऑफ कंसर्न है। डेल्टा वैरिएंट को वायरस ऑफ कंसर्न यानी VOI कैटेगरी में रखा गया है। वायरस ऑफ कंसर्न का मतलब है कि यह वैरिएंट तेजी से फैल रहा है और चिंता का विषय है। इसमें अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा शामिल हैं। बता दें कि डेल्टा वैरिएंट सबसे पहले भारत में मिला था।
फिलहाल भारत में 70 से ज्यादा डेल्टा प्लस के मामले देखे गए हैं। हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक (Bharat Biotech) ने जुलाई 2021 में ही शोध का आखिरी डेटा प्रस्तुत किया था। इसमें बताया गया था कि कोवैक्सीन कोरोना के खिलाफ 77.8 फीसदी प्रभावी (covaxin efficacy) है।
फिलहाल भारत सहित 16 देशों में कोवैक्सीन को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है। इसमें ब्राजील, फिलिपींस, ईरान, मेक्सिको आदि शामिल हैं। बता दें कि देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस की 17,06,598 वैक्सीन लगाई गईं, जिसके बाद कुल वैक्सीनेशन (Vaccination) का आंकड़ा 47,22,23,639 हो गया है।