देश में बढ़ती मंहगाई के बीच डीजल व पेट्रोल (Petrol-Diesel) की कीमतों को लेकर आम जनता के लिए राहत भरी खबर है। आने वाले दिनों में पेट्रोल व डीजल (Petrol-Diesel) की कीमत में तीन रुपए प्रति लीटर तक की कमी आ सकती है।
नई दिल्ली। देश में बढ़ती मंहगाई के बीच डीजल व पेट्रोल (Petrol-Diesel) की कीमतों को लेकर आम जनता के लिए राहत भरी खबर है। आने वाले दिनों में पेट्रोल व डीजल (Petrol-Diesel) की कीमत में तीन रुपए प्रति लीटर तक की कमी आ सकती है।
बता दें कि इंटरनेशनल मार्केट (International Market) में कच्चे तेल (Crude Oil) की कीमत 7 महीने के निचले स्तर( Crude oil reaches 7-month low) पर है। फिलहाल क्रूड के दाम 92 डालर प्रति बैरल पर हैं। इसमें और गिरावट का अनुमान है। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही क्रूड आयल (Crude Oil) 85 डॉलर प्रति बैरल तक गिर सकता है। ऐसा होते ही पेट्रोल व डीजल (Petrol-Diesel) की खुदरा कीमत दो से तीन रुपये तक गिर सकता है।
बता दें कि इससे पहले फरवरी में कच्चा तेल 90 डॉलर प्रति बैरल के करीब था, जो जून में 125 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया था। तब देश में पेट्रोल व डीजल कीमत उच्च स्तर पर थी। जिसके केंद्र सरकार ने राहत दी थी। कच्चा तेल 1 डॉलर प्रति बैरल महंगा होने पर देश में पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel)की कीमतें 55-60 पैसे प्रति लीटर बढ़ जाती हैं। इसी तरह इसमें 1 डॉलर की कमी होने पर पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) के दाम भी 55-60 पैसे प्रति लीटर कम हो जाते हैं।
बता दें कि बीते 22 मई को केंद्र सरकार ने बड़ी राहत देते हुए पेट्रोल और डीजल (Petrol-Diesel) पर एक्साइज ड्यूटी (Excise Duty) कम की थी। पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी (Excise Duty) 8 रुपए और डीजल पर 6 रुपए घटा दिया गया था। इसके साथ ही कुछ राज्य सरकारों ने भी अपने स्तर पर कटौती की थी, जिसके लोगों को राहत मिली थी। मालूम हो कि जून 2010 तक केंद्र सरकार पेट्रोल की कीमत निर्धारित करती थी । हर 15 दिन में इसे बदला जाता था। 26 जून 2010 के बाद सरकार ने पेट्रोल की कीमतों का निर्धारण ऑयल कंपनियों के ऊपर छोड़ दिया। इसी तरह अक्टूबर 2014 तक डीजल की कीमत भी सरकार निर्धारित करती थी, लेकिन 19 अक्टूबर 2014 से सरकार ने ये काम भी ऑयल कंपनियों को सौंप दिया।