गुजरात में तूफानी चक्रवात बिपरजॉय के कारण समुद्र में ऊंची लहरें देखने को मिल रही हैं। मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि 15 जून की शाम यह सौराष्ट्र एवं कच्छ के तटीय क्षेत्र से टकराएगा। इस दौरान हवा की रफ्तार 135 से 145 किलोमीटर प्रति घंटे हो सकती है।
नई दिल्ली। गुजरात में चक्रवात बिपरजॉय (Cyclone Biparjoy) के कारण समुद्र में ऊंची लहरें देखने को मिल रही हैं। मौसम विभाग (Weather Department) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र (Director General Mrityunjay Mohapatra) ने बताया कि 15 जून की शाम यह सौराष्ट्र एवं कच्छ के तटीय क्षेत्र से टकराएगा। इस दौरान हवा की रफ्तार 135 से 145 किलोमीटर प्रति घंटे हो सकती है।
12020 बिजली के खंभे क्षतिग्रस्त
सौराष्ट्र के कच्छ के 65 गांवों में बिजली कटौती हुई है। 12020 बिजली के खंभे क्षतिग्रस्त हो गए हैं। जामनगर ग्रामीण क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित है।
पश्चिम की तरफ मुड़ा बिपरजॉय
द्वारका के एसडीएम पार्थ तलसानिया (SDM Parth Talsania) ने कहा कि चक्रवात थोड़ा पश्चिम की तरफ मुड़ गया है। अब शायद द्वारका बिजरजॉय से कम प्रभावित होगा। हम पूरी तरह से तैयार हैं। हमने पूरे जिले में करीब 4,500 लोगों को सुरक्षित शेल्टर होम में पहुंचा दिया है।
मुंबई में हाई टाइड
बिपरजॉय का असर महाराष्ट्र में भी देखने को मिल रहा है। मुंबई में मरीन ड्राइव पर हाई टाइड की लहरें दिखीं।
जानें कैसी है एनडीआरएफ की तैयारी?
NDRF में जनरल डिप्टी चिकित्सा अधिकारी (General Deputy Medical Officer in NDRF) डॉ. विरल चौधरी(Dr. Viral Chowdhary) का कहना है कि हमारी कल तक 17 टीमें तैनात थीं और 2 टीमें रिजर्व में थी। आज उन दोनों टीमों को भी बुला लिया गया है। इन दोनों टीमों को नखत्राणा और भुज के लिए मूव किया है। लैंडफॉल से पहले हम स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर लोगों को निकालने का कार्य कर रहे हैं।
NDRF, SDRF की कई टीमें तैनात
राहत आयुक्त आलोक पाण्डेय (Relief Commissioner Alok Pandey) ने कहा कि एनडीआरएफ (NDRF)की 18 और एसडीआरएफ (SDRF)की 12 टीमों को तूफान से प्रभावित होने वाले जिलों में तैनात किया गया है।