मौसम विभाग कि तरफ से किये गए एक ट्वीट में कहा, चक्रवाती तूफान बिपारजॉय शुक्रवार रात 23:30 बजे दक्षिण-पश्चिम राजस्थान से सटे दक्षिण-पूर्व पाकिस्तान और धोलावीरा से लगभग 100 किमी उत्तर-पूर्व में कच्छ के ऊपर एक गहरे दबाव में कमजोर हो गया।
नई दिल्ली। दक्षिण-पूर्व अरब सागर से उठा चक्रवाती तूफान ने गुजरात में खूब तबाही मचाई। तूफान से सैकड़ो पेड़ टूट गए और दर्जनों घरों को नुकसान हुआ। यही नहीं कई जगहों पर तूफान से बिजली प्रभावित हुई, जिसे सही करने के लिए दर्जनों टीमें लगी हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आज तड़के बताया कि गुजरात के तटीय क्षेत्रों में दस्तक देने के बाद चक्रवात ‘बिपरजॉय’ कमजोर होकर गहरे दबाव में बदल गया है।
इसके अगले 12 घंटों में ‘दबाव’ में बदलने की आशंका है। मौसम विभाग ने बताया कि, चक्रवाती तूफान दक्षिण पूर्व पाकिस्तान के ऊपर शुक्रवार रात 11:30 बजे ‘डीप डिप्रेशन’ में कमजोर हो गया।
मौसम विभाग कि तरफ से किये गए एक ट्वीट में कहा, चक्रवाती तूफान बिपारजॉय शुक्रवार रात 23:30 बजे दक्षिण-पश्चिम राजस्थान से सटे दक्षिण-पूर्व पाकिस्तान और धोलावीरा से लगभग 100 किमी उत्तर-पूर्व में कच्छ के ऊपर एक गहरे दबाव में कमजोर हो गया। अगले 12 घंटों के दौरान और कमजोर होकर डिप्रेशन में बदल जाएगा।
यहां पर मचाई सबसे ज्यादा तबाही
बिपरजॉय तूफान तबाही का मंजर छोड़ गई है। इस तूफान ने सबसे ज्यादा कच्छ और सौराष्ट्र क्षेत्र के आठ जिलों को नुकसान पहुंचाया है। हालांकि, पूर्व चेतावनी सिस्टम और पुख्ता तैयारियों ने किसी तरह की जनहानि नहीं होने दी। दरअसल, एक लाख लोगों को सुरक्षित जगह पर पहले ही पहुँचा दिया गया था, जिसके कारण कोई जनहानि नहीं हुई।