देश में कुछ दिनों से कमजोर पड़ा मानसून (Monsoon) अगले चार दिन तक काफी उग्र होने वाला है। इसी बीच मौसम विभाग (Weather Department) ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवाती तूफान (Cyclonic Storm) की स्थिति बनी हुई, जिसके चलते कुल 12 राज्यों में भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और ओडिशा के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
नई दिल्ली। देश में कुछ दिनों से कमजोर पड़ा मानसून (Monsoon) अगले चार दिन तक काफी उग्र होने वाला है। इसी बीच मौसम विभाग (Weather Department) ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवाती तूफान (Cyclonic Storm) की स्थिति बनी हुई, जिसके चलते कुल 12 राज्यों में भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और ओडिशा के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। तेलंगाना में अगले तीन दिन लोगों को बेवजह घरों से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी गई है। उत्तर-भारत में पहाड़ी क्षेत्रों में भी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, जिसके कारण दिल्ली में यमुना नदी (Yamuna River) का जलस्तर खतरे के निशान से अधिक बना हुआ है। गंगा नदी (River Ganges) भी इस वक्त उफान पर है।यही वजह है कि उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है।
मुंबई में भारी बारिश के चलते सोमवार को जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। मौसम विभाग (Weather Department) ने मंगलवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग का कहना है कि बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) में एक चक्रवाती तूफान (Cyclonic Storm) पनप रहा है। यह पश्चिम मध्य और उससे सटे उत्तर पश्चिमी बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) के ऊपर बना हुआ है। यह तूफान समुद्र तल से 5.8 से 7.6 किमी ऊपर है, जिसके कारण 24 घंटों में यहां कम दबाव का क्षेत्र बनने का अनुमान है।
मौसम विभाग ने इन राज्यों के लिए जारी की कड़ी चेतावनी
मौसम विभाग (Weather Department) ने इस वजह से तेलंगाना, कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात और तटीय कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई है। यहां पर कुल 115.6 मिलीमीटर से 204.4 मिलीमीटर तक बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश का अनुमान हिमाचल प्रदेश, राजस्थान के पूर्वी हिस्से, पश्चिम मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, मराठवाड़ा, तटीय आंध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, तेलंगाना, आंतरिक कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में भी है। इनमें से कुछ हिस्सों में भारी बारिश भी हो सकती है।
गंगा-यमुना उफान पर, फिर मंडराया बाढ़ का खतरा
रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार सुबह दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर 205.45 मीटर दर्ज किया गया है। यह खतरे के निशान से ज्यादा है। करीब 10 दिन पहले दिल्ली में लोगों ने बाढ़ जैसे हालातों का सामना किया. एक बार फिर राजधानी में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। हरिद्वार में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। यह दोनों ही नदियां आगे चलकर उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्से को कवर करती हैं। उत्तर प्रदेश के कई इलाकों के डूबने की आशंका जताई जा रही है। उधर, यमुना की सहायक नदी हिंडन भी पहाड़ों पर अत्याधिक बारिश के कारण कहर बरपा रही है। नोएडा, गाजियाबाद के कई क्षेत्रों को इसके कारण खाली करा लिया गया है।