आज देवबंद के ईदगाह मैदान में जमीयत उलमा-ए-हिंद के तत्वाधान में दो दिवसीय कार्यक्रम सुबह 9 बजे से शुरू हो गया। इसमें देशभर के उलेमा और गवर्निंग बॉडी के सदस्यों ने शिरकत की। इस अधिवेशन को संबोधित करते हुए मौलाना मदनी ने कहा कि देश में जिस तरह की स्थिती को उतपन्न किया जा रहा है वैसे आग से आग को नहीं बुझाया जा सकता है।
सहारनपुर/देवबंद: आज देवबंद के ईदगाह मैदान में जमीयत उलमा-ए-हिंद के तत्वाधान में दो दिवसीय कार्यक्रम सुबह 9 बजे से शुरू हो गया। इसमें देशभर के उलेमा और गवर्निंग बॉडी के सदस्यों ने शिरकत की। इस अधिवेशन को संबोधित करते हुए मौलाना मदनी ने कहा कि देश में जिस तरह की स्थिती को उतपन्न किया जा रहा है वैसे आग से आग को नहीं बुझाया जा सकता है। प्यार से नफरत को हराया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि बेइज्जत होकर खामोश रहना कोई मुसलमान से सीखे। देश में नफरत का बाजार सजाया जा रहा है। ये सब्र का इम्तिहान है। उन्होंने कहा कि सरकारें आने-जाने वाली चीज है, लेकिन देश को जोड़ने वाले और मजबूत करने वाले ही इस देश की ताकत है। ईदगाह के विशाल मैदान में आयोजित सम्मेलन के पहले चरण में अध्यक्षीय भाषण में मौलाना महमूद मदनी ने इशारों इशारों में सरकार और आरएसएस पर हमला बोला।
कहा कि एकता और अखंड भारत की बात करने वाले वर्ग विशेष को परेशान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें सबसे ज्यादा प्यार इस देश की शांति से है। सभी लोग राष्ट्र निर्माण और राष्ट्र को मजबूत करने की बात करते हैं लेकिन नफरत के मुद्दे पर खामोश रहते हैं। नफरत की दुकान खोलने वाले और नफरत का बाजार सजाने वाले लोग देश के दुश्मन हैं। नफरत का जवाब कभी नफरत नहीं हो सकता, हम नफरत का जवाब मोहब्बत से देने वाले लोग हैं। देश में फैल रही नफरत को मोहब्बत से बचाने की जरूरत है। मौलाना मदनी ने कहा कि हम नफरत का जवाब नफरत से दे सकते हैं, लेकिन देश का मुसलमान कभी ऐसा नहीं करेगा।