सनातन धर्म में गुरु की महिमा के बारे बखान किया गया है कि गुरु ही जीवन का सच्चा ज्ञान प्रदान करते है। पौराणिक ग्रंथों में गुरु की महिमा के बारे में वर्णन किया गया है।
Devguru Brihaspati : सनातन धर्म में गुरु की महिमा के बारे बखान किया गया है कि गुरु ही जीवन का सच्चा ज्ञान प्रदान करते है। पौराणिक ग्रंथों में गुरु की महिमा के बारे में वर्णन किया गया है। गुरु जीवन राह के सच्चे पथ प्रदर्शक होते है। जीवन में कठिनाइयों से निकलने के लिए गुरु के द्वारा बताए गए मार्ग का अनुसरण करने पर सफलता प्राप्त होती है। ज्योतिष शास्त्र में गुरु बृहस्पति को देवताओं का गुरु बताया गया है। कुंडली में जब गुरु ग्रह उचित स्थान पर बैठे होते है तब वह जातक को सफलता दिलाते है। जब देवगुरू वृहस्पति कुंडंली में उचित स्थान नहीं बैठे होते है तब जातके अनेक प्र्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आइये ज्योतिष के उपायों के आधार जानते है कि गुरू वृहस्पति को कैसे प्रसन्न किया जा सकता है।
1.जिन लोगों का गुरु ग्रह कमजोर होता है उनको गुरुवार का व्रत करना चाहिए।
2.गुरु को मजबूत करने के लिए आप ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नम: मंत्र का जाप मंत्र का जाप 3, 5 या 16 माला कर सकते हैं।
3.जिनका गुरु कमजोर होता है, उनको भोजन में चने के बेसन, चीन और घी से बने लड्डू का सेवन करना चाहिए।
4.गुरुवार के दिन उपवास करें एवं पीले रंग के वस्त्र धारण करने से बृहस्पति प्रसन्न होते हैं।
5. केले के वृक्ष को भी बृहस्पति से जोड़ कर देखा जाता है।
6.गुरुवार के दिन बृहस्पति से संबंधित चीजें दान करने से बृहस्पति ग्रह की पीड़ा एवं दोषों से मुक्ति मिलती है।