धनतेरस पर माता लक्ष्मी का पूजन करने करने की प्राचीन परंपरा है। वैदिक पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि का शुभारंभ आज 10 नवंबर दोपहर 12:35 से होगा और इस तिथि का समापन कल दोपहर 1:57 पर हो जाएगा।
Dhanteras 2023 : धनतेरस पर माता लक्ष्मी का पूजन करने करने की प्राचीन परंपरा है। वैदिक पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि का शुभारंभ आज 10 नवंबर दोपहर 12:35 से होगा और इस तिथि का समापन कल दोपहर 1:57 पर हो जाएगा। आज के दिन प्रदोष काल में धनतेरस पूजा का विधान है। इसलिए धनतेरस पूजा मुहूर्त शाम 5:45 से शाम 7:41 तक रहेगा। आज के दिन प्रदोष काल में दीपदान का भी विशेष महत्व है।
मान्यता है कि धनतेरस के दिन ये उपाय करने से घर में किसी प्रकार की कोई आर्थिक समस्या नहीं होती है। घर के सारे संकट मिट जाते हैं। घर में सुख-समृद्धि और ऐश्वर्य का वास होता है।आइये जानते है कुछ उन उपायों के बारे में जिनके प्रयोग के बाद आर्थिक समस्या नहीं होती है।
धनतेरस पर करें ये उपाय
पंचदेवों की पूजा
धनतेरस के दिन पंचदेवों – भगवान धन्वंतरि, माता लक्ष्मी, कुबेर, यमराज और भगवान गणेश जी की पूजा उत्तम माना जाता है। इनकी पूजा से घर परिवार में लक्ष्मी का वास रहता है।
पशुओं की पूजा
धनतेरस के दिन ग्रामीण क्षेत्रों में पशुओं की पूजा प्रचलन है। इस दिन लोग अपने पशुओं, विशेष कर गाय माता की पूजा करते हैं। दक्षिण भारत में तो गाय को मां लक्ष्मी का रूप मानते हैं।
दीपदान
धनतेरस के दिन दीपदान का विशेष महत्व होता है। धार्मिक मान्यता है कि जिस घर में यमराज के निमित्त दीपदान किया जाता है। उस घर में अकाल मृत्यु नहीं होती है।
धनिया खरीदें
वैसे तो धनतेरस के दिन सोना और पीतल खरीदने का प्रचलन है। परंतु यदि आप सोना या
पीतल न खरीद सकें तो आप को धनतेरस के दिन पीली कौड़ियां और धनिया जरूर खरीदना चाहिए। धनतेरस के दिन धनिया खरीदना बेहद शुभ होता है। मान्यता है कि धनतेरस के दिन धनिया खरीदने से घर में लक्ष्मी जी का वास होता है।