माना जाता है कि दिवाली के दिन सूरन खाने से परिवार में सुख-समृद्धि आती है, क्योंकि इस कंद के भीतर खुद धन की देवी लक्ष्मी का वास होता है।
दिवाली 2021: कार्तिक मास की अमावस्या तिथि के दिन दिवाली का त्योहार मनाया जाता है। इस साल दिवाली 4 नंवबर को मनाई जाएगी। भारतीय त्योहारों का भोजन के साथ घनिष्ठ संबंध है। माना जाता है कि दिवाली के दिन सूरन खाने से परिवार में सुख-समृद्धि आती है, क्योंकि इस कंद के भीतर खुद धन की देवी लक्ष्मी का वास होता है।
दिवाली के दिन सूरन खाने के पीछे एक किंवदंती है। सूरन आलू की तरह भूमि के अंदर उगती है, ये एक ऐसी सब्जी है जिसकी जड़ों की कटाई के बाद भी उसी जड़ से फिर से सुरन उग आता है। सूरन की इस सब्जी के गुण को दिवाली के दौरान धन के भंडारण और बढ़ती हुई समृद्धि से जोड़ा जाता है। दीपावली के त्योहार पर सूरन की डिमांड काफी बढ़ जाती है।
उत्तर प्रदेश में दिवाली तब तक पूरी नहीं होती है जब तक शाम के वक्त दिवाली पूजा के बाद घर में सूरन की सब्जी न बने।सुरन को हिंदी ज़िमिकंद भी कहा जाता है।बंगाल में इसे ओल और अंग्रेजी में इसे एलिफेंट फुट कहा जाता है। ये सब्जी देखने में तो अजीब लगती है लेकिन जब इसे ढंग से बनाया जाए तो खाने में बहुत ही स्वादिष्ट लगती है।