गंगा नदी में बहते हुए शवों को लेकर जमकर राजनीति हो रही है। विपक्ष इसको लेकर प्रदेश की योगी सरकार को घेरने में जुटा हुआ है। इस बीच सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को सख्त आदेश दिए हैं। सीएम ने कहा कि जिलाधिकारी अपने जिलों में शवों के अंतिम संस्कार को उचित तरीके से कराने का कार्य करें।
लखनऊ। गंगा नदी में बहते हुए शवों को लेकर जमकर राजनीति हो रही है। विपक्ष इसको लेकर प्रदेश की योगी सरकार को घेरने में जुटा हुआ है। इस बीच सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को सख्त आदेश दिए हैं। सीएम ने कहा कि जिलाधिकारी अपने जिलों में शवों के अंतिम संस्कार को उचित तरीके से कराने का कार्य करें।
इसके साथ शवों को नदी में प्रभावित करने से पूरी तरह से रोकें। दरअसल, बीते कई दिनों से गंगा नदी में शवों के मिलने का सिलसिला जारी है। इसके साथ ही गंगा के किनारे शवों के दफनाए जाने का भी मामला सामने आया है। इसको लेकर सीएम ने सख्ती शुरू की है।
बता दें कि योगी सरकार ने अति निर्धन, निराश्रित परिवारों तथा परिवारीजनों द्वारा अंतिम संस्कार में सहयोग नहीं कर पाने की दशा में शवों के अंतिम संस्कार में 5000 रुपये खर्च करने का आदेश पहले ही जारी किया है। यह खर्च राज्य वित्त आयोग की धनराशि से करने के आदेश हैं।
अपर मुख्य सचिव पंचायती राज मनोज कुमार सिंह ने इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों को पत्र लिखे हैं। इसके लिए पूर्व में पंचायती राज विभाग और नगर विकास विभाग द्वारा जारी शासनादेशों का हवाला दिया है। जिसमें कोविड संक्रमण से मृत्यु की दशा में शवों के निस्तारण के लिए 5000 रुपये की धनराशि व्यय करने के लिए पंचायती राज विभाग तथा नगर विकास विभाग को अधिकृत किया गया है।