द्रमुक अध्यक्ष एमके स्टालिन आगामी सात मई को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। यह पहली बार है जब वे मुख्यमंत्री की गद्दी पर बैठेंगे। अतीत में द्रमुक 2006-11, 1996-2001, 1989-91, 1971-76 और 1967-71 के दौरान राज्य पर शासन कर चुकी है।
चेन्नई। द्रमुक अध्यक्ष एमके स्टालिन आगामी सात मई को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। यह पहली बार है जब वे मुख्यमंत्री की गद्दी पर बैठेंगे। अतीत में द्रमुक 2006-11, 1996-2001, 1989-91, 1971-76 और 1967-71 के दौरान राज्य पर शासन कर चुकी है। इससे पहले स्टालिन ने रविवार को राज्य के लोगों को उनकी पार्टी को जीत दिलाने को लेकर धन्यवाद दिया और उन्हें आश्वासन दिया कि वह उनके लिए ईमानदारी से काम करेंगे।
स्टालिन ने उनकी पार्टी को छठी बार तमिलनाडु पर शासन करने का जनादेश देने को लेकर राज्य के सभी लोगों के प्रति ‘हार्दिक धन्यवाद’ प्रकट किया। स्टालिन ने एक बयान में कहा कि लोगों ने यह अहसास करके अपना भारी जनसमर्थन दिया है कि यदि द्रमुक सत्ता में आई, तो उनका कल्याण सुरक्षित रहेगा।
तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में एमके स्टालिन ने कोलाथुर विधानसभा सीट से लगातार तीसरी बार जीत हासिल की है। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी और अन्नाद्रुमक के वरिष्ठ सदस्य आदि राजाराम को 70384 वोटों के अंतर से हराया है।
तमिलनाडु की राजनीति में एम के स्टालिन का नाम दिग्गज नेताओं में शामिल है। वे तमिलनाडु के पांच बार के मुख्यमंत्री रहे एम करुणानिधि और उनकी दूसरी पत्नी दयालु अम्मल के बेटे हैं। वर्तमान में एमके स्टालिन द्रमुक (डीएमके) पार्टी के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।