Dr. Avadhesh Singh jeevan parichay: यूपी (UP) में वाराणसी जिले (Varanasi District) के निर्वाचन क्षेत्र - 384,पिंडरा विधानसभा सीट (Constituency - 384, Pindra Assembly Constituency) वर्ष 2008 के "संसदीय और विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के आदेश के परिसीमन" के बाद अस्तित्व में आई है। उत्तर प्रदेश की 17वीं विधान सभा (17th Legislative Assembly of Uttar Pradesh) के हुए चुनाव में बीजेपी के टिकट डॉ. अवधेश सिंह (Dr. Awadhesh Singh) ने छह बार से कांग्रेस के बाहुबली विधायक रहे अजय राय को धूल चटाकर पहली बार विधानसभा पहुंचे हैं।
Dr. Avadhesh Singh jeevan parichay: यूपी (UP) में वाराणसी जिले (Varanasi District) के निर्वाचन क्षेत्र – 384,पिंडरा विधानसभा सीट (Constituency – 384, Pindra Assembly Constituency) वर्ष 2008 के “संसदीय और विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के आदेश के परिसीमन” के बाद अस्तित्व में आई है। उत्तर प्रदेश की 17वीं विधान सभा (17th Legislative Assembly of Uttar Pradesh) के हुए चुनाव में बीजेपी के टिकट डॉ. अवधेश सिंह (Dr. Awadhesh Singh) ने छह बार से कांग्रेस के बाहुबली विधायक रहे अजय राय को धूल चटाकर पहली बार विधानसभा पहुंचे हैं। बता दें कि इससे पहले डॉ. अवधेश सिंह (Dr. Awadhesh Singh) बीजेपी (BJP) से पहले कांग्रेस, एसपी और बीएसपी के टिकट पर इस सीट से चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन हर बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
शिक्षा और जीवन शैली
मूलतः वाराणसी के ही निवासी डॉ. अवधेश सिंह (Dr. Awadhesh Singh) ने वर्ष 1983 में वाराणसी की काशी यूनिवर्सिटी (Varanasi’s Kashi University) से पीएचडी की मानद डिग्री (PhD honorary degree) प्राप्त की है। विधायक अवधेश सिंह के राजनीतिक सफ़र की बात की जाये तो उन्होंने राजनीति में काफी उतार-चढ़ाव देखें हैं। सामाजिक सेवा और राजनीति के साथ डॉक्टर अवधेश सिंह को अध्यन-अध्यापन का शौक रहा है। उन्होंने कहा कि मेरी ख्वाहिश है कि पिंडरा विधानसभा शिक्षा के क्षेत्र में रोल मॉडल बनाने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि जब भी मुझे समय मिलता है मैं बच्चों को पढ़ाने का कार्य करता हूं। डॉ. अवधेश सिंह काशी विद्यापीठ (Kashi Vidyapeeth) में प्राध्यापक रह चुके हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत कांग्रेस से की थी, जिसके बाद बसपा में रहे और दोबारा कांग्रेस से जुड़े, लेकिन विचारधारा नहीं मिलने के कारण अंततः उन्होंने भारतीय जनता पार्टी का रुख किया। वर्ष 2017 में जब डॉ अवधेश सिंह (Dr. Awadhesh Singh) बीजेपी से जुड़कर पिंडरा विधानसभा सीट (Pindra Assembly Constituency) से चुनावों में उतरे तो सभी अटकलों पर विराम लगाते बसपा के प्रत्याशी बाबूलाल को 36,849 वोटों से मात दी।
ये है पूरा सफरनामा
नाम – डा.अवधेश सिंह
निर्वाचन क्षेत्र – 384, पिन्ड्रा,वाराणसी
दल – भारतीय जनता पार्टी
पिता का नाम – स्व. राममूरत सिंह
जन्म तिथि –01 फरवरी, 1955
जन्म स्थान – वाराणसी उ0प्र0
धर्म – हिन्दू
जाति – भूमिहार
शिक्षा – स्नातकोत्तर, पीएचडी
पत्नी का नाम – ममता सिंह
सन्तान – दो पुत्र, तीन पुत्रियॉ
व्यवसाय – कृषि, अध्यापन
मुख्यावास – सी0 19/102 काशी विद्यापीठ, जिला-वाराणसी
जनता के दिलों पर राज करने वाला ही बनेगा राजनेता, गया बाहुबलियों का जमाना
बीजेपी विधायक डॉ. अवधेश सिंह ने कहा कि मैं लहर वाला नेता नहीं हूं। लोगों के बीच रहता हूं। उनके सुख-दुख को समझता हूं। पिंडरा मेरे लिए सिर्फ एक विधानसभा सीट नहीं है बल्कि मेरी कर्मभूमि भी है। उन्होंने कहा कि राजनीति के क्षेत्र में काफी बदलाव हुआ है। नए दौर में सियासत की परिभाषा भी बदल गई है। उनके अनुसार धनबल और बाहुबल का दौर अब बीत चुका है। राजनीति में वही कामयाब होगा, जो लोगों के दिलों पर राज करेगा। लोगों के दुख दर्द को समझना होगा। उन्होंने कहा कि लोग अब राजनीति में पढ़े-लिखे लोगों को पसंद कर रहे हैं। अब माफिया या फिर दबंग छवि वाले राजनेता, जनता की पसंद नहीं है।
राजनीतिक योगदान
मार्च, 2017 सत्रहवीं विधान सभा के सदस्य प्रथम बार निर्वाचित