सनातन धर्म में दैनिक पूजा.पाठ से लेकर, अनुष्ठान और व्रत त्योहारों पर पूजा पाठ का विधान है। सनातन संस्कृति में प्रत्येक शुभ कार्य को आरंभ करते समय सर्वप्रथम देवी देवताओं की पूजा करने की परंपरा है।
Puja Path Tips : सनातन धर्म में दैनिक पूजा.पाठ से लेकर, अनुष्ठान और व्रत त्योहारों पर पूजा पाठ का विधान है। सनातन संस्कृति में प्रत्येक शुभ कार्य को आरंभ करते समय सर्वप्रथम देवी देवताओं की पूजा करने की परंपरा है। मोक्ष की कामना को मन में लिए भक्त गण ईश्वर को प्रसन्न करने के कठिन तप करते है। मनोकामना की पूर्ति के लिए भी भक्त गण अपने ईष्ट देव की पूजा करते है।
हिंदू धर्म में पूजा पाठ करने के लिए पौराणिक शास्त्रों में नियम बताए गए है।पूजा संपन्न करने के लिए यजमान को छोटी सी छोटी बात पर ध्यान देना होता है। जानकार यह बताते हैं कि, पूजा करते समय लोगों को छोटी सी भी चूक नहीं करनी चाहिए। छोटी सी भूल कई अशुभता का कारण बन सकती है।
पूजा करते समय देना चाहिए. इन बातों पर ध्यान
1.प्रथम पूज्य भगवान श्री गणेश की आराधना से पूजा प्रारंभ करें।
2.श्री गणेश को तुलसी दल चढ़ाने से बचें। भगवान गणेश को तुलसी दल चढ़ाने से दोष लगता है।
3.शिव शंभू को कभी भी केतकी का फूल नहीं चढ़ाना चाहिए।
4.भगवान की प्रतिमा को स्नान करते वक्त सिर्फ उंगलियों का प्रयोग करें। भगवान को स्नान करवाते समय कभी भी अंगूठे का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
5.दीपक को कभी भी जमीन पर रखकर प्रज्वलित ना करें। ऐसा करने से धन की बर्बादी होती है और घर में अशुभता आती है।
पूजा के वक्त अगरबत्ती का प्रयोग ना करें।
5.रविवार के दिन तुलसी के पत्ते तोड़ने से बचें।
6.भगवान शालिग्राम को कभी चावल अर्पित नहीं करना चाहिए।
7.पूजा में गंदे कपड़े पहनकर न बैठें। कभी भी गंदे कपड़े पहनकर पूजा नहीं करना चाहिए।