HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. दिल्ली
  3. NCB ने पिछले 2 दशकों में सबसे बड़ी जब्ती की कार्रवाई की, 15 हजार LSD ड्रग्स के साथ छह लोगों को किया गिरफ्तार

NCB ने पिछले 2 दशकों में सबसे बड़ी जब्ती की कार्रवाई की, 15 हजार LSD ड्रग्स के साथ छह लोगों को किया गिरफ्तार

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने देश भर में ‘डार्क वेब’ के जरिए संचालित किए जा रहे मादक पदार्थ की तस्करी के एक गिरोह का भंडाफोड़ करने और एलएसडी ड्रग्स  (LSD Drugs) की अब तक की ‘सबसे बड़ी खेप’ जब्त करने का दावा किया है। एजेंसी ने 6 लोगों को गिरफ्तार भी किया है। यह जानकारी एनसीबी (NR) के उप महानिदेशक ज्ञानेश्वर सिंह ने मंगलवार को दी है।

By संतोष सिंह 
Updated Date

नई दिल्ली। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने देश भर में ‘डार्क वेब’ के जरिए संचालित किए जा रहे मादक पदार्थ की तस्करी के एक गिरोह का भंडाफोड़ करने और एलएसडी ड्रग्स  (LSD Drugs) की अब तक की ‘सबसे बड़ी खेप’ जब्त करने का दावा किया है। एजेंसी ने 6 लोगों को गिरफ्तार भी किया है। यह जानकारी एनसीबी (NR) के उप महानिदेशक ज्ञानेश्वर सिंह ने मंगलवार को दी है।

पढ़ें :- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजरायल के पीएम नेतन्याहू से की बात, कहा-भारत शांति और स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध

उन्होंने कहा कि हमने दो मामलों में 6 लोगों को गिरफ्तार किया है और 15,000 एलएसडी ड्रग (LSD Drugs) जब्त किया है, जो व्यावसायिक मात्रा से 2.5 हजार अधिक है। इस दवा की व्यावसायिक मात्रा .1 ग्राम है। अधिकारी ने बताया एलएसडी ड्रग्स (LSD Drugs)  एक सिंथेटिक दवा है, जो कि बेहद खतरनाक है। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 2 दशकों में ड्रग्स की यह सबसे बड़ी जब्ती है।

एनसीबी (NCB) अधिकारी ने कहा कि ड्रग्स का यह जाल दिल्ली से लेकर अमेरिका तक फैला हुआ था। उन्होंने कहा कि ड्रग्स का यह एक विशाल नेटवर्क था, जो पोलैंड, नीदरलैंड, यूएसए, दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान, महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश तक फैला हुआ था। उन्होंने बताया कि नेटवर्क के लोग ड्रग्स की खरीद-बिक्री के लिए क्रिप्टोकरंसी और डार्कनेट का इस्तेमाल करते थे।

एजेंसी ने कार्रवाई के दौरान 2.5 किलो मारिजुआना, बैंक खातों में जमा 4.65 लाख और 20 लाख रुपये भी जब्त किए हैं। एलएसडी (LSD)या लिसर्जिक एसिड डाइथिलेमाइड वास्तव में सिंथेटिक रसायन आधारित एक मादक पदार्थ है तथा इसे मतिभ्रमकारी के रूप में वर्गीकृत किया गया है।

‘डार्क वेब’ का मतलब इंटरनेट में गहराई में छिपे उन मंचों से है जिनका इस्तेमाल मादक पदार्थ को बेचने, पोर्नोग्राफी सामग्री के आदान-प्रदान और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों के लिए किया जाता है। इंटरनेट पर संचार में गोपनीयता बनाए रखने के लिए ‘अनियन राउटर’ की मदद से इन गतिविधियों को अंजाम दिया जाता है ताकि कानून प्रवर्तन एजेंसियां इन्हें पकड़ न पाएं।

पढ़ें :- राहुल गांधी ने भाजपा सरकार पर साधा निशाना, कहा-अडानी जो कहते हैं नरेंद्र मोदी वही करते हैं...

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...