केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कोलकाता में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। इस दौरान उन्होंने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में जीत का दावा किया। इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोला है।
नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कोलकाता में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। इस दौरान उन्होंने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में जीत का दावा किया। इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोला है। उन्होंने कोलकाता समेत समूचे राज्य के विकास से जुड़े कई वादे किए है। उन्होंने शिक्षा, खेती समेत कोलकाता स्टॉक एक्सचेंज को भी पुनर्जीवित करने की बात कही। उन्होंने कहा कि यहां मौजूद ऐतिहासिक मंदिरों-इमारतों को पर्यटक स्थल बनाया जाएगा।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि ममता बनर्जी आरोप लगा रही हैं कि गृह मंत्रालय के इशारे पर CAPF चुनाव को प्रभावित कर रहा है। उन्होंने कहा कि मैं दीदी को कॉमन सेंस की बात बताना चाहता हूं कि CAPF जब चुनाव के काम में लगता है तो गृह मंत्रालय का नियंत्रण नहीं होता है। पैरामिलिट्री फोर्स पर चुनाव आयोग का नियंत्रण होता है।’
तृणमूल कांग्रेस की निराशा उनके व्यवहार और भाषणों से साफ दिखाई देती है
उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस की निराशा उनके व्यवहार और भाषणों से साफ दिखाई देती है। राज्य की मुख्यमंत्री और राजनीतिक दल की अध्यक्ष ये कहती हैं कि CAPF का घेराव कर लो, मैंने ऐसा दृश्य अपने राजनीतिक जीवन में कभी नहीं देखा। उन्होंने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं पर लगातार हमला होना, हमारे प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष पर पिछले 2-3 दिन में हमला हुआ। कल भवानीपुर में पुलिस स्टेशन में बैठे हमारे कार्यकर्ताओं पर हमला हुआ।
इन हमलों के खिलाफ TMC के एक भी नेता की टिप्पणी नहीं आई, मौन इशारा कर रहा है कि आप हिंसा करिए।’ उन्होंने कहा कि शायद तृणमूल कांग्रेस अपना आपा खो चुकी है। जिस तरह से टीएमसी अल्पसंख्यकों से एक जुट हो वोट देने की अपील कर रही है इससे पता चलता है कि उनके हाथ से अल्पसंख्यकों का वोट बैंक भी फिसल रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा को तीन चरण में बंगाल की जनता का अप्रत्याशित समर्थन मिला है। हमारे एक आंकलन के हिसाब से भाजपा इन तीन चरण में 63-68 सीट जीत रही है। उन्होंने कहा कि बंगाल की जनता आपके खिलाफ इसलिए है कि जो लाखों-करोड़ों शरणार्थी आए हैं, उनको नागरिकता देने का कानून CAA मोदी जी लेकर आएं, और आप CAA का विरोध कर रही हैं।