बॉलीवुड के सितारे सतीश कौशिक (Satish Kaushik) का हाल ही में दिल्ली निधन के बाद उनके खास दोस्त अनुपम खेर (Anupam Kher) काफी भावुक नजर आए। अब उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर अपने दिवंगत दोस्त सतीश कौशिक (Satish Kaushik) को न सिर्फ श्रद्धांजलि दी है बल्कि उन्होंने अपनी आपबीती भी सुनाई है। अनुपम खेर (Anupam Kher) ने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (National School of Drama) के दिनों को भी याद किया है।
मुंबई। बॉलीवुड के सितारे सतीश कौशिक (Satish Kaushik) का हाल ही में दिल्ली निधन के बाद उनके खास दोस्त अनुपम खेर (Anupam Kher) काफी भावुक नजर आए। अब उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर अपने दिवंगत दोस्त सतीश कौशिक (Satish Kaushik) को न सिर्फ श्रद्धांजलि दी है बल्कि उन्होंने अपनी आपबीती भी सुनाई है। अनुपम खेर (Anupam Kher) ने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (National School of Drama) के दिनों को भी याद किया है।
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अनुपम खेर ने सतीश कौशिक को किया याद
अनुपम खेर (Anupam Kher) ने कहा कि सतीश (Satish)के बिना जिंदगी अब पहले की तरह नहीं होगी। उन्होंने अपना खास दोस्त खो दिया है। सतीश कौशिक का 66 वर्ष की आयु में अब तक की खबरों के अनुसार हृदय गति रुकने से निधन हो गया है। हालांकि, अभी पोस्ट मॉर्टम रिपोर्ट आणि बाकी है। अब अनुपम खेर ने एक वीडियो संदेश जारी किया है। उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है।
अनुपम खेर (Anupam Kher) ने सतीश कौशिक के साथ के अपने 45 वर्षों के दोस्ताना पर बात की है। उन्होंने कहा कि’आज मैं आप लोगों के सामने इसलिए आया हूं क्योंकि मैंने अपना दोस्त सतीश कौशिक खोया है और मैं इस दुख से बाहर आना चाहता हूं। यह मुझे मार रहा है।’ उन्होंने आगे कहा, कि हमारी दोस्ती काफी गहरी थी। कई वर्षों के कारण यह आदत बन गई थी। हम एक-दूसरे को नहीं खोना चाहते थे। यह बहुत मुश्किल है क्योंकि 45 साल बहुत लंबा समय है।’
नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के दिनों को भी किया याद
अनुपम खेर (Anupam Kher) ने इस अवसर पर नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (National School of Drama) के दिनों को भी याद किया। उन्होंने कहा, ‘हमने कई सपने साथ देखे थे। हमने हमारी यात्रा साथ में शुरू की थी। यह नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (National School of Drama) में जुलाई 1975 से शुरू हुई थी। हम दोनों मुंबई आए थे। हमने यहां तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की है। उन्होंने यह भी बताया कि सतीश कौशिक (Satish Kaushik) उन्हें दिन में लगभग एक बार जरूर फोन करते थे। अनुपम खेर (Anupam Kher) आगे कहते हैं, ‘फिलहाल मैं अपने काम पर ध्यान नहीं दे पा रहा हूं लेकिन जैसे कि लोग कहते हैं- आपको आगे बढ़ना पड़ता है। मैं भी यही करूंगा। जीवन हमें यही सिखाता है।’