HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. दिल्ली
  3. इजरायल में बेंजामिन नेतन्याहू युग का अंत: नफ्ताली बेनेट बने नए पीएम

इजरायल में बेंजामिन नेतन्याहू युग का अंत: नफ्ताली बेनेट बने नए पीएम

इजरायल बेंजामिन नेतन्याहू युग का अंत हो गया है। इसके साथ ही रविवार को नफ्ताली बेनेट ने इजरायल में प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है। इसके साथ ही 12 साल से प्रधानमंत्री पद पर काबिज बेंजामिन नेतन्याहू का कार्यकाल खत्म हो गया है।

By संतोष सिंह 
Updated Date

नई दिल्ली। इजरायल बेंजामिन नेतन्याहू युग का अंत हो गया है। इसके साथ ही रविवार को नफ्ताली बेनेट ने इजरायल में प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है। इसके साथ ही 12 साल से प्रधानमंत्री पद पर काबिज बेंजामिन नेतन्याहू का कार्यकाल खत्म हो गया है।

पढ़ें :- राहुल गांधी से ये बॉलीवुड हसीना शादी करने को है तैयार, कहा - राजनीतिक की दुनिया के हैं मोस्ट एलिजिबल बैचलर

दक्षिणपंथी यामिना पार्टी के 49 वर्षीय नेता बेनेट ने संसद में बहुमत हासिल करने के बाद रविवार को शपथ ली है। नई सरकार में 27 मंत्री हैं जिनमें से नौ महिलाएं हैं। बेनेट 120 सदस्यीय सदन में 61 सांसदों के साथ मामूली बहुमत वाली सरकार का नेतृत्व करेंगे।

इससे पहले बेनेट ने संसद में संबोधन के दौरान अपनी सरकार के मंत्रियों के नामों की घोषणा की है। इस दौरान 71 वर्षीय नेतन्याहू के समर्थकों ने बाधा भी डाली। प्रतिद्वंद्वी पार्टी के सांसदों के शोर शराबे के बीच बेनेट ने कहा कि उन्हें गर्व है कि वह अलग-अलग विचार वाले लोगों के साथ काम करेंगे।

बेनेट ने कहा कि इस निर्णायक समय हम यह जिम्मेदारी उठा रहे हैं। इस सरकार के अलावा बस यही विकल्प था कि और चुनाव करवाएं जाएं। इससे और नफरत फैलती और देश पर असर पड़ता।

चुनाव में नेतन्याहू की लिकुड पार्टी  नहीं पा सकी थी बहुमत 

पढ़ें :- उत्तराखंड के पौड़ी में दर्दनाक हादसा: अनियंत्रित होकर ​खाई में गिरी मिनी बस, चार की मौत की आशंका, सीएम ने जताया दुख

इस साल मार्च में हुए चुनाव में नेतन्याहू की लिकुड पार्टी को बहुमत नहीं पा सकी थी। दो साल में चार बार हो चुके चुनाव में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद राष्ट्रपति ने नेतन्याहू को सरकार चलाने और 2 जून तक बहुमत साबित करने को कहा था, लेकिन इससे पहले ही विपक्षी गठबंधन ने नेतन्याहू के 12 साल तक लगातार सत्ता में रहने के रिकॉर्ड को यहीं पर विराम देने की रणनीति बनाई।

इस्लामी राम पार्टी भी विपक्षी गठबंधन में शामिल

बड़ी बात यह है कि नेतन्याहू की सरकार के खिलाफ बने इस गठबंधन में इजरायल में अरब समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाली इस्लामी राम पार्टी भी शामिल है। विपक्षी गठबंधन में शामिल राम पार्टी इजरायल अरब मुसलमानों का प्रतिनिधित्व करती है। उसका मानना है कि फलस्तीनियों को उनका हक मिलना चाहिए और इजरायल को नई कॉलोनियां बनाने के प्रयास को रोककर यरूशलम पर से दावा छोड़ना चाहिए।

ईरान, फलस्तीन पर नेतन्याहू से भी सख्त हैं बेनेट

इजरायल में विपक्षी गठबंधन की तरफ से पहली पारी में पीएम बनने वाले नफ्ताली बेनेट इजरायली रक्षा बलों की एलीट यूनिट सायरेत मटकल और मगलन के कमांडो रह चुके हैं। 2006 में वे बेंजामिन नेतन्याहू के नेतृत्व में राजनीति में आए। जिसके बाद वे नेतन्याहू के चीफ ऑफ स्टाफ बनाए गए। बाद में वे न्यू राइट और यामिना पार्टी से भी नेसेट के सदस्य बने। 2012 से 2020 के बीच 5 बार सांसद रह चुके हैं। वह बाद में नेतन्याहू के विरोधी हो गए। 2019 से 2020 के बीच रक्षामंत्री रह चुके नफ्ताली ईरान और फलस्तीन के मुद्दे पर नेतन्याहू से भी ज्यादा कट्टर और सख्त हैं।

पढ़ें :- घर पर बीवी को ही निहारोगे? बहस में अदार पूनावाला कूदे, बोले- मुझे देखना पसंद करती हैं मेरी पत्नी

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...