नई दिल्ली: समाज में जहां तरह कोरोना के कारण लोगों की नौकरी की समस्या का सामना करना पद रहा है। लेकिन हर सिग्नल पर भीख मांगते हुए नजर आने वाले भिखारी को किसी भी नौकरी की जरूरत नहीं इनकी जेब षड ही कभी खाली होती होगी। आज हम आपको ऐसे अमीर भिखारी के बारे में बताने जा रहें हैं जिसकी असल समम्पत्ति के बारे मे जान आपके होश उड़ जाएंगे।
आपको बता दें, देश के सबसे अमीर भिखारियों के बारे में जिनके पास करोड़ों की संपत्ति, बंगला, लग्जरी गाड़ियां और अच्छा खासा बैंक बैलेंस है। उनके बच्चे बड़े-बड़े कॉन्वेन्ट स्कूलों में पढ़ते हैं, उनके पास अपना खुद का बड़ा बिजनेस भी है, दुकानें हैं, इसके बावजूद वे सड़कों पर भीख मांगते नजर आते हैं आप भी जानिए भारत के खास और पांच करोड़पति भिखारियों के बारे में…
एक रिपोर्ट के मुताबिक, देश में सबसे अमीर भिखारियों की सूची में जो सबसे पहला नाम है, वो भरत जैन का है। भरत जैन ज्यादातर मुंबई के परेल क्षेत्र में भीख मांगते हैं। रिपोर्ट के अनुसार उनके पास अपार्टमेंट में दो फ्लैट हैं, जिनकी कीमत 70 लाख रुपये प्रति फ्लैट है। एक करोड़ 40 लाख से अधिक के तो उनके पास फ्लैट ही है। वह प्रति माह लगभग 75,000 रुपये भीख मांगकर कमाते हैं, जो भारत में औसतन एक नौकरीपेशा की कमाई से कई गुना ज्यादा है।
रिपोर्ट में सबसे अमीर भिखारियों की सूची में दूसरा नाम कोलकाता की लक्ष्मी का है। लक्ष्मी ने 1964 से कोलकाता में सिर्फ 16 साल की उम्र से भीख मांगना शुरू कर दिया और 50 से अधिक वर्षों के अपने जीवन में इन्होंने भीख मांग-मांग कर लाखों रुपये जुटा लिए हैं। भीख मांगकर जमा की गई धनराशि बैंकों में जमा हैं। लक्ष्मी आज भी एक हजार रुपये हर दिन भीख मांगकर कमाती है। अगर महीने के हिसाब से देखा जाए, तो वे हर महीने कम से कम 30 हजार रुपये कमाती हैं।
देश के सबसे अमीर भिखारियों की सूची में तीसरे नंबर पर मुंबई की रहने वाली गीता हैं। गीता मुंबई के चरनी रोड के पास भीख मांगती है। बताया गया है कि गीता ने भीख मांगकर जमा किए गए पैसों से मुंबई में एक फ्लैट खरीद लिया है, जिसमें वे अपने भाई के साथ रहती हैं। गीता प्रतिदिन भीख मांगकर 1,500 रुपये से अधिक कमाती है। इस तरह वे प्रतिमाह 45 हजार से अधिक कमाती हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, कथित तौर पर भीख मांग कर अपना गुजारा करने वाले बुरजू चंद्र आजाद के पास गोवंडी में घर, 8.77 लाख रुपये खाते में जमा और लगभग 1.5 लाख रुपये नकद हैं। वर्ष 2019 में रेल दुर्घटना में अपनी जान गंवाने के बाद उनकी सारी संपत्ति मुंबई पुलिस ने ढूंढ कर निकाली थी।