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लखनऊ विश्वविद्यालय के राजनीतिशास्त्र विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो.आरके मिश्र ‘राष्ट्रीय सुशासन पुरस्कार 2023’ से सम्मानित

महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय,वर्धा में भारतीय राजनीति विज्ञान परिषद के 60 वें अधिवेशन में लखनऊ विश्वविद्यालय के राजनीतिशास्त्र विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रोफ़ेसर आर के मिश्र को उनके विशिष्ट अकादमिक योगदान के लिए प्रतिष्ठित ‘राष्ट्रीय सुशासन पुरस्कार 2023’ से सम्मानित किया गया।

By संतोष सिंह 
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वर्धा । महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय,वर्धा में भारतीय राजनीति विज्ञान परिषद के 60 वें अधिवेशन में लखनऊ विश्वविद्यालय के राजनीतिशास्त्र विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रोफ़ेसर आर के मिश्र को उनके विशिष्ट अकादमिक योगदान के लिए प्रतिष्ठित ‘राष्ट्रीय सुशासन पुरस्कार 2023’ से सम्मानित किया गया।

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विश्वविद्यालय-स्तर पर 41 वर्षों का अध्यापन-अनुभव रखने वाले प्रोफ़ेसर आर के मिश्र की भारतीय और पाश्चात्य राजनीति-दर्शन तथा समकालीन राजनीति-दर्शन के क्षेत्र में विशेष रुचि और गति रही है। इन विषयों पर उनकी कई पुस्तकें और तीन दर्जन से अधिक लेख/शोधपत्र विभिन्न प्रतिष्ठित शोध-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं।

इन विषयों पर पूरे देश की विभिन्न शिक्षण संस्थाओं में उनके सौ से अधिक व्याख्यान आयोजित हो चुके हैं। लगभग बीस विद्यार्थियों को शोध-निर्देशन प्रदान करने वाले प्रोफ़ेसर मिश्र विभिन्न विश्वविद्यालयों की अकादमिक समितियों के साथ-साथ भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान, शिमला, डॉ. ज़ाकिर हुसैन दक्षिण एशिया अध्ययन संस्थान, कोलकाता और नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय, नई दिल्ली की अकादमिक समिति के पूर्व सदस्य रहे हैं। विश्वविद्यालय से अवकाश प्राप्त करने के उपरान्त वे कुमारस्वामी फ़ाउण्डेशन, लखनऊ के अध्यक्ष और कुमारस्वामी फ़ाउण्डेशन की वार्षिक पत्रिका ’तत्त्व-सिन्धु’ के सम्पादक के रूप में अपना अकादमिक अवदान देते रहे हैं।

साथ ही राजनीतिशास्त्र के 100 से अधिक उप-विषयों पर केन्द्रित कुमारस्वामी फाउन्डेशन के यू-ट्यूब प्रकल्प ‘सम्यक् वाक् श्रृंखला’ के मुख्य सूत्रधार के रूप में उन्होंने राजनीति-चिन्तन के क्षेत्र में अपने व्याख्यानों के माध्यम से अध्येताओं के मध्य अप्रतिम लोकप्रियता और सम्मान अर्जित किया है। देश भर से आए एक हज़ार से अधिक राजनीतिशास्त्रियों के मध्य यह सम्मान प्राप्त करके प्रोफ़ेसर मिश्र ने लखनऊ विश्वविद्यालय की सौ वर्ष पुरानी अकादमिक परम्परा को गौरवान्वित किया है।

 

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