Free Bus Service On Rakshabandhan 2022 : यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को परिवहन निगम की 150 बसों को जनता को समर्पित किया है। पांच कालिदास मार्ग पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन के पर्व पर यह बसें खासतौर से माताओं बहनों को निःशुल्क रूप से गंतव्य तक पहुंचाएगी।
Free Bus Service On Rakshabandhan 2022 : यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को परिवहन निगम की 150 बसों को जनता को समर्पित किया है। पांच कालिदास मार्ग पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन के पर्व पर यह बसें खासतौर से माताओं बहनों को निःशुल्क रूप से गंतव्य तक पहुंचाएगी। 75 जनपदों को दो दो बसें मिल रही हैं। इसके अलावा उन्होंने झांसी, बरेली और अलीगढ़ के ड्राइवर ट्रेनिंग सेंटर का भी अनावरण किया। साथ ही सारथी हाल फिरोजाबाद का भी शिलान्यास किया। उन्होंने अलीगढ़ नौझील कांठ हैदरगढ़ और सिग्नेचर बस अड्डा का भी लोकार्पण किया।
रक्षाबंधन के पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुजुर्ग महिलाओं को त्योहारी दी है। सीएम योगी ने कहा कि जल्द ही 60 साल से अधिक उम्र की महिलाओं को फ्री बस यात्रा की सुविधा दी जाएगी। योगी ने कहा कि हर जिले में इंटरस्टेट, अंतर्जनपदीय बस स्टेशन अच्छी व्यवस्थाओं से युक्त होना चाहिए। वहां डोरमेट्री, रेस्टोरेंट हों,वेटिंग रूम हो। हमारा प्रयास होना चाहिए कि परिवहन विभाग का लाभांश बढ़े। हर परिवहन वर्कशॉप के साथ आईटीआई के बच्चों को भी जोड़ने का कार्य होना चाहिए।
वह बुधवार को अपने सरकारी आवास से रोडवेज की 150 नई बसों को हरी झंडी दिखाने के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 10 अगस्त को रात्रि 12 बजे से 12 अगस्त की रात्रि 12 बजे तक 48 घंटे की अवधि में महिलाएं रोडवेज की बसों में फ्री यात्रा का लाभ उठा सकेंगी। यह सुविधा रक्षाबंधन के मद्देनजर दी गई है। उन्होंने कहा कि बस अड्डों को भी एयरपोर्ट की तर्ज पर बनाया जा रहा है जहां यात्रियों को सभी जरूरी सुविधाएं मिलेंगी।
योगी ने कहा किआने वाले समय मे हम 60 वर्ष से ऊपर की हर एक माताओं को फ्री में यात्रा देने का कार्य करेंगे। कोविड के समय प्रदेश में 23 हजार मौतें हुई,ये देश दुनिया मे सबसे न्यूनतम दर है, जबकि सड़क दुर्घटना में प्रदेश में अकेले एक वर्ष में 20 हजार मौत होती है,ये चिंता और कष्ट का विषय है।
कोरोना महामारी में जिस प्रदेश ने प्रबन्धन से विजय प्राप्त की,ढाई वर्ष में 23 हजार मौत हुई,उसी प्रदेश में सड़क दुर्घटना में 20 हजार मौत एक वर्ष में होती हैं,इसके पीछे क्या कारण है,ये हमे ढूंढने की जरूरत है। इस पर हमको कंट्रोल करने में की आवश्यकता है। वहीं परिवहन राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार दया शंकर सिंह ने कहा कि ड्राइविंग लाइसेंस की व्यवस्था को पूरी तरह ऑनलाइन कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आम आदमी का वास्ता सड़क पर उतरते ही हमारी बसों से पड़ता है। ऐसे में यह आवश्यक है कि हम अपनी परिवहन व्यवस्था को और मजबूत करें । 2019 के कुंभ प्रयागराज के दौरान हमने जो बसें खरीदी थी उन्हें भी हमने परिवहन निगम को समर्पित कर दिया जिन्होंने कोरोना महामारी में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। ये बसें खासतौर से कोरोना में प्रवासी कामगारों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए काम आईं। रोडवेज ने 1 करोड़ से अधिक लोगों को अपने प्रदेश के अंदर और यूपी से बाहर दूसरे प्रदेशों तक पहुंचाया।
40 लाख लोग तो केवल उत्तर प्रदेश के थे और 30 लाख कामगार बिहार के थे। इसके अलावा झारखंड, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, असम, राजस्थान और हरियाणा के लोगों को नि:शुल्क सेवा प्रदान की गई । उन्होंने कहा कि मानवता का इससे बड़ा उदाहरण और कोई नहीं मिल सकता। 24 करोड़ श्रद्धालुओं को कुंभ में सेवाएं दी गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तेजी से बस स्टेशनों को हाईक्लास व्यवस्था में बदलना होगा। 1,10,000 से अधिक गांवों को बसों से जोड़ने का लक्ष्य है। साथ ही उन्होंने बस स्टेशनों को आधुनिक बनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि जब भारत के एयरपोर्ट विश्व स्तरीय बन सकते हैं तो बस अड्डे क्यों नहीं। इसी तर्ज पर उनका विकास किया जाए। बस अड्डों पर सभी सुविधाएं हों। अन्य राज्यों के साथ भी बेहतर से बेहतर कनेक्टिविटी की जाए।
जर्जर बसों को हटाकर बेड़े में नई बसें शामिल करें
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जर्जर बसों को धीरे-धीरे हटाएं और बेड़े में नई बसें शामिल करें। खासतौर से चालकों की फिटनेस की व्यवस्था की जाए और इसके सेंटर विकसित हो। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जो स्किल मैपिंग की गई थी उसमें पता चला था कि 12000 तो केवल ड्राइवर ही यूपी में इस दौरान आए थे। ऐसे लोगों का लाभ लिया जा सकता है।