G20 Summit : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) आगामी 29 अक्टूबर से लेकर 2 नवंबर तक विदेश यात्रा पर रहेंगे। विदेश मंत्रालय ने (Foreign Ministry) बयान जारी कर बताया कि पांच दिनों के इस दौरे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) इटली, रोम, ग्लासगो और ब्रिटेन जाएंगे। इस दौरान वहां 16वें जी-20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) और वैश्विक नेताओं के सम्मेलन COP-26 में भी शरीक होंगे।
नई दिल्ली। G20 Summit : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) आगामी 29 अक्टूबर से लेकर 2 नवंबर तक विदेश यात्रा पर रहेंगे। विदेश मंत्रालय ने (Foreign Ministry) बयान जारी कर बताया कि पांच दिनों के इस दौरे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) इटली, रोम, ग्लासगो और ब्रिटेन जाएंगे। इस दौरान वहां 16वें जी-20 शिखर सम्मेलन (16th G20 Summit) और वैश्विक नेताओं के सम्मेलन COP-26 में भी शरीक होंगे।
जी-20 समूह (G-20 Group) के सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों और सरकारी प्रमुखों का यह जी-20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) रोम में 30 ओर 31 अक्टूबर को होगा। इसमें सदस्य देशों के नेता व समूह और कुछ अंतरराष्ट्रीय व क्षेत्रीय संगठनों के प्रतिनिधि शिरकत करेंगे। इस सम्मेलन में प्रतिनिधियों के कोरोना वायरस महामारी (Corona Virus Epidemic) की चुनौतियों के बाद सुधार, जलवायु परिवर्तन (Climate Change) और विश्व के विभिन्न हिस्सों में गरीबी व असमानता जैसी प्रमुख चुनौतियों पर चर्चा की उम्मीद है।
जी-20 समूह (G-20 Group) के सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों और सरकारी प्रमुखों का यह जी-20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) रोम में 30 ओर 31 अक्टूबर को होगा। इसमें सदस्य देशों के नेता व समूह और कुछ अंतरराष्ट्रीय व क्षेत्रीय संगठनों के प्रतिनिधि शिरकत करेंगे। इस जी-20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) में प्रतिनिधियों के कोरोना महामारी (Corona Epidemic) की चुनौतियों के बाद सुधार, जलवायु परिवर्तन (Climate change) और विश्व के विभिन्न हिस्सों में गरीबी व असमानता जैसी प्रमुख चुनौतियों पर चर्चा की उम्मीद है। एक जानकार ने बताया कि अफगानिस्तान की स्थिति को लेकर इस सम्मेलन में प्रमुखता से चर्चा हो सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) इस सम्मेलन में विभिन्न वैश्विक चुनौतियों पर भारत का रुख सामने रख सकते हैं और अफगानिस्तान (Afghanistan) की स्थिति पर एक वैश्विक दृष्टिकोण (Global Outlook) अपनाने का आह्वान कर सकते हैं। साथ ही वह जलवायु परिवर्तन (Climate change) और कोरोना महामारी (Corona Epidemic) के खिलाफ एकजुटता की भी बात कर सकते हैं।