सनातन धर्म के प्राचीन ग्रंथों में जीवन के रहस्यों के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया है। सनाधर्मी प्राचीन काल से ही ज्ञान, विज्ञान, नीति, नियम और धर्म के बारे इन्हीं पुस्तकों के सहारे जीवन जीने की कला का ज्ञान प्राप्त करते रहें है। गरुड़ पुराण ऐसा ही एक प्राचीन ग्रंथ है जिसमें जहां मौत और जीवन का रहस्य छिपा हुआ है।
Garuda Purana Messages: सनातन धर्म (Sanatan Dharma)के प्राचीन ग्रंथों (Ancient texts) में जीवन के रहस्यों (Ancient texts of Sanatan Dharma) के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया है। सनाधर्मी प्राचीन काल से ही ज्ञान, विज्ञान, नीति, नियम और धर्म के बारे इन्हीं पुस्तकों के सहारे जीवन जीने की कला का ज्ञान प्राप्त करते रहें है। गरुड़ पुराण ऐसा ही एक प्राचीन ग्रंथ है जिसमें जहां मौत और जीवन का रहस्य छिपा हुआ है। गरुड़ पुराण महर्षि वेदव्यास (Garuda Purana Maharishi Veda Vyasa) जी द्वारा लिखित एक पुराण है। महर्षि व्यासजी ने 18 पुराण लिखे हैं। इसमें गरुड़ पुराण भी शामिल है।यह पुराण वैष्णव संप्रदाय के मुख्य पुराणों मे से एक है।
गरुड़ पुराण में भगवान श्रीहरि ने गरुड़ के संदेह मिटाने के लिए इन्हीं सब बातों को समझाया है। जिसमें प्रमुख बात यह है कि हम संसार में किस लिए आए हैं, क्या करके जाना है? यदि हम अच्छे कर्म करेंगे तो उसका प्रभाव हमारे वंश पर पड़ेगा।
गरुड़ पुराण से हमे कई तरह की शिक्षाएं मिलती है। गरुण पुराण में, मृत्यु के पहले और बाद की स्थिति के बारे में बताया गया है। यह पुराण भगवान विष्णु की भक्ति और उनके ज्ञान पर आधारित है। प्रत्येक व्यक्ति को यह पुराण पढ़ना चाहिए। गरुड़ पुराण हिन्दू धर्म के प्रसिद्ध धार्मिक ग्रंथों में से एक है। 18 पुराणों में से इसे एक माना जाता है। गरुड़ पुराण में हमारें जीवन को लेकर कई गूढ बातें बताई गई है। जिनके बारें में व्यक्ति को जरूर जनना चाहिए।
गरुड़ पुराण को पढ़ने से, आपकी आत्मा को यह ज्ञान मिलता है कि आपको कैसे कर्म करना चाहिए और कैसे कर्म नहीं करना चाहिए। कहते है, गरुड़ पुराण पढ़ने से व्यक्ति मृत्यु के बाद भटकता नहीं और उसे सदगति प्राप्त होती है।
गरुड़ पुराण में बुरे कर्म करने पर मृत्यु के बाद आत्मा को मिलने वाली सजाओ का विस्तार से वर्णन किया गया है। यदि आप गरुड़ पुराण में बताए गए कष्टों को भोगना नहीं चाहते हैं, तो आपको अच्छे कर्म करने चाहिए।