सतोगुणी माता गायत्री की पूजा हिंदू धर्म में युगों युगां से चली आ रही है। माता गायत्री को शाश्वत सतोगुणी सतरुपा कहा जाता है।
Gayatri Jayanti 2022 : सतोगुणी माता गायत्री की पूजा हिंदू धर्म में युगों युगां से चली आ रही है। माता गायत्री को शाश्वत सतोगुणी सतरुपा कहा जाता है। इन्हें वेदों की जननी भी कहा जाता है।पंचांग के अनुसार, गायत्री जयंती का पर्व हर साल ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है। गायत्री जयंती की तिथि को लेकर अलग अलग मत है। कुछ लोग हर साल श्रावण महीने की पूर्णिमा तिथि को माता गायत्री की जयंती मनाते हैं। वहीं कुछ लोग गंगा दशहरा के दिन इनकी जयंती मनाते है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 11 जून दिन शनिवार को पड़ रही है।
इस दिन भक्त गण माता गायत्री की पूजा के लिए यज्ञ, हवन, करते है। भक्त गण माता को प्रसन्न करनें के लिए दीप यज्ञ भी करते है। माता गायत्री की उपासना के लिए उपासक गायत्री मंत्रों का जप करते है। इस दिन मामता की पूजा में लोग गायत्री चालीसा और आरती भी पढ़ते है।
गायत्री मंत्र
‘ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्।’