Delhi-Meerut Rapid Rail: दिल्ली- मेरठ (Delhi-Meerut) के बीच रैपिड रेल (Rapid Rail) में सफर करने का सपना जल्द पूरा होने जा रहा है। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ (Delhi-Ghaziabad-Meerut) आरआरटीएस प्रोजेक्ट (RRTS Project) का 17 किलोमीटर लंबा साहिबाबाद-दुहाई डिपो (Sahibabad-Duhai Depot) , प्रायोरिटी सेक्शन कुछ हफ्तों में चालू हो जाएगा।
Delhi-Meerut Rapid Rail: दिल्ली- मेरठ (Delhi-Meerut) के बीच रैपिड रेल (Rapid Rail) में सफर करने का सपना जल्द पूरा होने जा रहा है। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ (Delhi-Ghaziabad-Meerut) आरआरटीएस प्रोजेक्ट (RRTS Project) का 17 किलोमीटर लंबा साहिबाबाद-दुहाई डिपो (Sahibabad-Duhai Depot) , प्रायोरिटी सेक्शन कुछ हफ्तों में चालू हो जाएगा। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम के डायरेक्टर विनय कुमार सिंह (Vinay Kumar Singh, Director, National Capital Region Transport Corporation) ने इस बात की जानकारी दी है। इस अधिकारी ने एक वर्कशॉप को संबोधित करते हुए कहा कि यह प्रोजेक्ट हाई क्वालिटी ट्रांजिट सर्विसेज (Project High Quality Transit Services) के मामले में एक महत्वपूर्ण सफलता है।
NCRTC निदेशक विनय कुमार सिंह (NCRTC Director Vinay Kumar Singh) ने कहा कि हम बहुत जल्द एक परिवर्तनकारी ट्रांजिट प्रोजेक्ट के बहुत करीब हैं। रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) परियोजना का 17 किलोमीटर का प्राथमिकता वाला खंड कुछ ही हफ्तों में चालू हो जाएगा।
दिल्ली-एनसीआर में सबसे हाई स्पीड से चलने वाली ट्रेनें
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस प्रोजेक्ट हाई क्वालिटी ट्रांजिट सर्विस के मामले में अहम कामयाबी है। विनय कुमार सिंह के अनुसार, पहली बार राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में तेज गति से चलने वाली इंटर-सिटी कम्यूटर्स ट्रेनें चलाई जाएगी। NCRTC द्वारा ‘RAPIDX’ नाम से चलाई जाने वाली सेमी-हाई-स्पीड रीजनल रेल सर्विस, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश सरकार के साथ केंद्र सरकार का एक ज्वाइंट वेंचर है। इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, NCRTC के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि इस कॉरिडोर पर सुरक्षा निरीक्षण किया गया था और मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त (CMRS) ने रैपिड रेल के संचालन को मंजूरी दे दी है।
एनसीआरटीसी (NCRTC) का लक्ष्य 2025 तक 82 किलोमीटर लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर (Delhi-Ghaziabad-Meerut Corridor) को जनता के लिए चालू करना है। हालांकि, साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो सहित 17 किलोमीटर के प्राथमिकता वाले खंड को कुछ हफ्तों में चालू कर दिया जाएगा।
हर 5 से 10 मिनट में उपलब्ध होगी रेल
वहीं, इस दिल्ली से मेरठ तक इस पूरे कॉरिडोर में कुल 25 स्टेशन होंगे। इस रेल सेवा के शुरू होने से रोजाना करीब 8 लाख यात्रियों को सुविधा होगी। इस रैपिड रेल सिस्टम में ट्रेनें 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी और वे हर 5 से 10 मिनट में उपलब्ध होंगी। इस कॉरिडोर की मदद से दिल्ली और मेरठ के बीच की दूरी 55 मिनट में तय की जाएगी। फिलहाल सड़क से यह दूरी तय करने में 2 घंटे लगते हैं जबकि ट्रेन से सवा घंटा लग जाता है।
रैपिड रेल की सबसे बड़ी खासियत इसकी स्पीड, जो कि 180 किलोमीटर प्रति घंटा बताई जा रही है। हालांकि, परिचालन के दौरान इसकी स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटा है। 82 किलोमीटर लंबे इस कॉरिडोर में से 14 किलोमीटर का हिस्सा दिल्ली में, जबकि 68 किलोमीटर का भाग यूपी में है।