सभी ग्रहों में बृहस्पति को बहुत सम्मान दिया जाता है क्योंकि देवताओं के गुरु होने के साथ-साथ ये किसी भी जातक के जीवन में ज्ञान, मान-सम्मान और सौभाग्य का कारण बनते हैं।
Guru Rashi Parivartan 2021: सभी ग्रहों में बृहस्पति को बहुत सम्मान दिया जाता है क्योंकि देवताओं के गुरु होने के साथ-साथ ये किसी भी जातक के जीवन में ज्ञान, मान-सम्मान और सौभाग्य का कारण बनते हैं। बृहस्पति ग्रह अनेक नकारात्मक परिस्थिति को सकारात्मक बना देता है। देवगुरु बृहस्पति कृपा हो जाय तो जीवन में अभूतपूर्व परिवर्तन हो जाता है। जातक पर बदलाव साक्षात दिखायी देता है।
पंचांग के अनुसार 20 नवंबर 2021, शनिवार को गुरु का राशि परिवर्तन हो रहा है। वर्तमान समय में गुरु मकर राशि में गोचर कर रहे हैं। 20 नवंबर 2021 को प्रात: 11 बजकर 23 मिनट पर कुंभ राशि में प्रवेश करेगें। देवगुरु का कुंभ राशि में गोचर कई नए अवसर लेकर आ सकता है, इस दौरान लोगों के उत्साह में वृद्धि हो सकती है, रुके काम फिर से बन सकते हैं। आईये जानतें हैं उन उपायों के बारे में जिससे बृहस्पति ग्रह को कुंडली में अनुकूल बनाया जा सकता है।
बृहस्पति ग्रह को कुंडली में अनुकूल करने का मंत्र
ॐ ऐ क्लीं बृहस्पतये नमः
या
ॐ क्रीं कृष्णाय नमः
1. बृहस्पति देव की कृपा पाने के लिए तोते को चने की दाल खिलाएं। इस उपाय से बुध स्वरूप तोता तो प्रसन्न होगा ही, साथ ही बृहस्पति देव भी अपने पुत्र बुध की प्रसन्नता से खुश होकर आप पर अपनी कृपा बरसाएंगे।
2.पानी में हल्दी या केसर मिलाकर नहाएं। स्नान के बाद चांदी की कटोरी में केसर का तिलक बनाकर माथे और नाभि पर लगाएं।
3.बृहस्पति की शुभता को पाने के लिए आप पांच मुखी और दसमुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते हैं। इन दोनों रुद्राक्ष में किसी एक को भी धारण कर लेने पर बृहस्पति के प्रतिकूल फल अनुकूल हो जाते हैं।
गुरु के दान से होगा कल्याण
देवगुरु बृहस्पति से संबंधित चीजों का बृहस्पतिवार के दिन दान देने से उनकी कृपा प्राप्त होती है। इसलिए गुरुवार केा चने की दाल, गुड़, केला, पीला वस्त्र, हल्दी, धार्मिक पुस्तकें, पीले रंग की मिठाई एवं गाय का घी ब्राह्मण को दान करें।