होम्योपैथिक दवाओं से कोरोना के गंभीर मरीजों का सफल इलाज कर रहे हैं डॉ0 संजय कक्कड़ की सलाह व दवा से ठीक हुए मरीजों कि एक लम्बी फेहरिस्त है। इसी क्रम में आज बात करते हैं दो ऐसे कोरोना संक्रमितों की जो काफी गंभीर हो गए थे।सभासद संतोष कुमार राय ने बताया कि बीते 19 अप्रैल को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। उन्हें बुखार के साथ खांसी ज्यादा आ रही थी, और सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही थी।
लखनऊ। होम्योपैथिक दवाओं से कोरोना के गंभीर मरीजों का सफल इलाज कर रहे डॉ.संजय कक्कड़ की सलाह व दवा से ठीक हुए मरीजों कि एक लम्बी फेहरिस्त है। इसी क्रम में आज बात करते हैं ऐसे दो कोरोना संक्रमितों से जो काफी गंभीर हो गए थे।
सभासद संतोष कुमार राय ने बताया कि बीते 19 अप्रैल को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। उन्हें बुखार के साथ खांसी ज्यादा आ रही थी, और सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही थी। इनका ऑक्सीजन लेवल 80/85 हो गया था। एक करीबी मित्र के बताने पर उन्होंने 23 अप्रैल डॉ. संजय कक्कड़ से मोबाइल पर संपर्क किया और उनकी सलाह पर होम्योपैथी दवाई लेनी शुरू की। दवा लेने के दो से तीन दिन में ही उनका ऑक्सीजन लेवल बड़ कर 90/92 हो गया।
संतोष बताते हैं कि डॉक्टर कक्कड़ के इलाज से उन्हें बड़ी राहत मिली। जल्दी ही ऑक्सीजन सपोर्ट भी हट गया, सांस फूलना भी काफी कम हुई है। संतोष ने बताया कि डॉक्टर कक्कड़ से बिना मिले, सिर्फ मोबाइल पर हुई बात के बाद उनकी सलाह और होम्योपैथी दवा ने वाकई बड़ा चमत्कार किया है।
समाज सेविका सुखप्रीत कौर ने बताया कि जन सेवा के कार्य में दिन- रात लगे रहने के कारण वो कई बाहरी लोगों के संपर्क में आने की वजह से संक्रमित हो गई थी। उनको बीते तीन को बुखार आना शुरू हुआ। खासी भी आ रही थी और उनकी सूंघने की शक्ति चली गई थी। उन्होंने डॉक्टर कक्कड़ की सलाह पर होम्योपैथी दवा लेना शुरू किया।
सुखप्रीत कौर ने बताया कि पिछले वर्ष 2020, अप्रैल में भी उन्हें संक्रमण हो गया था और उनका हीमोग्लोबिन चार तक पहुंच गया था, वह बहुत घबरा गई थी। तब उस वक्त भी उन्होंने डॉक्टर कक्कड़ की सलाह पर होम्योपैथी इलाज किया और पूरी तरह स्वस्थ हुई थी।