राजधानी लखनऊ में एक दिल दहला देने वाली घटना हुई है। यहां पर 34 वर्षीय अंजू देवी की बेहरमी से हत्याकर शव को बेड में छुपा दिया गया। बदबू आने पर परिजनों ने कमरा खंगाला तो महिला का शव देख उनके होश उड़ गए। आनन—फानन में उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। वहीं, शव के फूल जाने के बाद बेड बॉक्स में फंस गया था।
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में एक दिल दहला देने वाली घटना हुई है। यहां पर 34 वर्षीय अंजू देवी की बेहरमी से हत्याकर शव को बेड में छुपा दिया गया। बदबू आने पर परिजनों ने कमरा खंगाला तो महिला का शव देख उनके होश उड़ गए। आनन—फानन में उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। वहीं, शव के फूल जाने के बाद बेड बॉक्स में फंस गया था।
पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद शव को बाहर निकाला, जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। उधर, इसकी सूचना महिला के मायके वालों को दी गयी। उधर, इस घटना के आरोपी पति मोनू राजपूत को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पूछताछ में उसने कहा कि विवाद के बाद उसने वारदात को अंजाम दिया है।
प्रभारी निरीक्षक महानगर प्रदीप कुमार सिंह के मुताबिक, रहीमनगर निवासी मोनू राजपूत ने दो साल पहले सोनभद्र के शक्तिनगर निवासी अंजू से लव मैरिज की थी। मोनू पापड़ का कारोबार करता था। परिवार में बूढ़ी मां, विधवा भाभी और एक भतीजा रहता था। अंजू आरोपी मोनू से तीन साल बड़ी थी। शादी के एक साल बाद दोनों को एक बेटा हुआ।
अंजू बच्चा नहीं चाहती थी। इसे लेकर दंपती में काफी विवाद भी हुआ था। मोनू के परिवारीजनों के मुताबिक, आए दिन दोनों में झगड़ा होता था। इसके चलते कोई बीच-बचाव करने नहीं जाता था। पूछताछ में मोनू ने कुबूला कि बुधवार सुबह नाश्ता बनाते वक्त अंजू से विवाद हुआ।
इसके बाद उसने एक थप्पड़ उसकी कनपटी पर मारा। इससे वह लड़खड़ाकर दीवार से टकराई और गिरकर बेहोश हो गई। उसे कई बार हिलाया तो कुछ नहीं बोली। गुस्से में उसका गला दबा दिया। उसे मरा समझकर बेड बॉक्स में रखी रजाई को बाहर निकाला। इसके बाद अंजू का शव बेड बॉक्स में डालकर बाहर निकल गया।