देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार को रोकने के लिए युद्धस्तर पर वैक्सीनेशन किया जा रहा है। लेकिन अब देश में वैक्सीनश की बढ़ती कमी के कारण कोरोना को हराना मुश्किल लग रहा है। बताया जा रहा है कि मई के महीने में टीकाकरण का आंकड़ा घट गया है, जो चिंता का विषय है। कोरोना को हराने के लिए सरकार की तरफ से हमेशा वैक्सीन लगवाने पर जोर दिया गया है।
नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार को रोकने के लिए युद्धस्तर पर वैक्सीनेशन किया जा रहा है। लेकिन अब देश में वैक्सीनश की बढ़ती कमी के कारण कोरोना को हराना मुश्किल लग रहा है। बताया जा रहा है कि मई के महीने में टीकाकरण का आंकड़ा घट गया है, जो चिंता का विषय है। कोरोना को हराने के लिए सरकार की तरफ से हमेशा वैक्सीन लगवाने पर जोर दिया गया है।
लेकिन टीकाकरण के रफ्तार पकड़ते ही वैक्सीन को लेकर संकट आ गया है। देश के कई केंद्रों पर वैक्सीन को लेकर संकट है। अप्रैल महीने में टीकाकरण तेजी से बढ़ रहा था लेकिन मई के आते-आते यह आधा रह गया। वहीं एक मई से वैक्सीनेशन का तीसरा चरण शुरू हो गया था।
covid19india.org की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल में जब संक्रमण ने जोर पकड़ा तो टीकाकरण में तेजी आई थी और दस अप्रैल को 36,59,356 लोगों को एक दिन में वैक्सीन लगाई गई थी। लेकिन इसके बाद लगातार टीकाकरण की संख्या घटने लगी। वहीं 21 मई को 24 घंटों के अंदर 17,97,274 खुराकें लगाई गईं। इन 40 दिनों के अंदर टीकाकरण में 50.88 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।