गृहमंत्री ने कहा कि, ये परिवार की दुकान चलाने वाले लोग हैं, एक को प्रधानमंत्री बनना है और दूसरे को अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना है। मैं दोनों को कहने आया हूं, नीतीश बाबू प्रधानमंत्री छोड़ दो, I.N.D.I Alliance वालों ने आपको संयोजक भी नहीं बनाया। आप कहीं के नहीं रहे। तेल और पानी कभी इकट्ठा नहीं होते हैं, अलग-अलग ही रहते हैं।
Amit Shah in Bihar: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह रविवार बिहार के मुजफ्फरपुर में विशाल जनसभा को संबोधित किए। इस दौरान उन्होंने आरजेडी और जेडीयू पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि, बिहार की जनता को छठ महापर्व की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। अभी से ही छठ का उत्साह देखने को मिल रहा है। मैं छठ मैया से प्रार्थना करता हूं कि आने वाले समय में बिहार जंगलराज से मुक्त हो, पलटू राम से मुक्त हो।
उन्होंने कहा, आरजेडी और जदयू जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के समर्थन में नहीं थे। इन्होंने कहा था कि अगर धारा 370 हटाई गई तो खून की नदियां बह जाएंगी। लालू जी, खून की नदियां छोड़ो, किसी की कंकड़ चलाने की हिम्मत नहीं हुई। गृहमंत्री ने कहा कि, I.N.D.I Alliance का एक ही एजेंडा है, नरेन्द्र मोदी की विरोध करना। इन्हें जब सत्ता मिली तो लाखों करोड़ों का घोटाला किया। 2G घोटाला करने वाली I.N.D.I. Alliance चाहिए या 5G देने वाली मोदी सरकार चाहिए?
बिहार की जनता को छठ महापर्व की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। अभी से ही छठ का उत्साह देखने को मिल रहा है।
मैं छठ मैया से प्रार्थना करता हूं कि आने वाले समय में बिहार जंगलराज से मुक्त हो, पलटू राम से मुक्त हो।#AmitShahInBihar https://t.co/rVD0AeVojD
— BJP LIVE (@BJPLive) November 5, 2023
पढ़ें :- इतिहास गवाह है कांग्रेस ने हमेशा बाबा साहेब अंबेडकर जी के विचारों का विरोध किया: केशव मौर्य
गृहमंत्री ने कहा कि, ये परिवार की दुकान चलाने वाले लोग हैं, एक को प्रधानमंत्री बनना है और दूसरे को अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना है। मैं दोनों को कहने आया हूं, नीतीश बाबू प्रधानमंत्री छोड़ दो, I.N.D.I Alliance वालों ने आपको संयोजक भी नहीं बनाया। आप कहीं के नहीं रहे। तेल और पानी कभी इकट्ठा नहीं होते हैं, अलग-अलग ही रहते हैं।
उन्होंने कहा, कांग्रेस ने हमेशा पिछड़ा समाज का बहिष्कार और विरोध किया। जबकि मोदी जी ने हमेशा पिछड़ा समाज का सम्मान किया। मोदी जी की मंत्रीमंडल में 27 मंत्री ओबीसी समाज से हैं, ओबीसी कमीशन को संवैधानिक मान्यता दी। इसके साथ-साथ नवोदय विद्यालय, केंद्रीय विद्यालय और सैनिक विद्यालय में ओबीसी छात्रों को 27 प्रतिशत आरक्षण दिया।