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आजाद भारत में कलम के सिपाहियों को खानी पड़ रही हैं लाठियां-गोलियां : मुलायम सिंह यादव

जिला बार एसोसिएशन कानपुर देहात (District Bar Association Kanpur Dehat) ने बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश (Bar Council of Uttar Pradesh) के आवाहन पर अधिवक्ताओं की एक सभा एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री एडवोकेट मुलायम सिंह यादव की अध्यक्षता में बुधवार बैठक हुई। जिसमें कहा गया कि देश को आजाद कराने में अधिवक्ताओं ने लाठी गोली खाई ,परंतु दुर्भाग्य है कि आजाद भारत में आज भी कलम के सिपाहियों को लाठियां गोलियां खानी पड़ रही हैं।

By संतोष सिंह 
Updated Date

कानपुर देहात। जिला बार एसोसिएशन कानपुर देहात (District Bar Association Kanpur Dehat) ने बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश (Bar Council of Uttar Pradesh) के आवाहन पर अधिवक्ताओं की एक सभा एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री एडवोकेट मुलायम सिंह यादव की अध्यक्षता में बुधवार बैठक हुई। जिसमें कहा गया कि देश को आजाद कराने में अधिवक्ताओं ने लाठी गोली खाई ,परंतु दुर्भाग्य है कि आजाद भारत में आज भी कलम के सिपाहियों को लाठियां गोलियां खानी पड़ रही हैं।

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जनपद शाहजहांपुर में दिनदहाड़े कोर्ट परिसर के अंदर अधिवक्ता भूपेंद्र प्रताप सिंह को गोली मार कर हत्या करने के विरोध में जिलाधिकारी कानपुर देहात को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन देने के पूर्व जनपद न्यायालय परिसर कानपुर देहात में कहा कि अधिवक्ता अत्याचार , अन्याय व उत्पीड़न के विरुद्ध जमकर विरोध करता है। न्यायालय में भी शक्ति से अपना पक्ष रखता है, क्योंकि समाज उनकी ओर आशा भरी निगाहों से देखता है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में लगभग दो लाख नब्बे हज़ार अधिवक्ता हैं जो समाज में न्याय दिलाने का कार्य कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि यदि अधिवक्ता सुरक्षित नहीं रहा और वह निर्भीकता पूर्वक न्यायालय में कार्य नहीं कर पाएगा तो सही न्याय मिल पाना असम्भव होगा। इसलिए अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम अविलंब लागू किया जाए। जिससे अधिवक्ता सुरक्षित महसूस कर न्यायालय में अपना शक्ति से पक्ष रख सके। उन्होंने कहा कि बड़े अफसोस की बात है कि अधिवक्ताओं की लगातार हत्याएं हो रही है। सरकार अभी तक अधिवक्ता संरक्षण अधिनियम (Advocate Protection Act) लागू नहीं कर रही है। जिसकी वजह से हाल ही में जनपद शाहजहांपुर में भूपेंद्र सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई।

इसके अलावा यूपी की राजधानी लखनऊ में राहुल रावत के ऊपर बमों से हमला,शिशिर त्रिपाठी की इलाहाबाद में हत्या, गोरखपुर में राजेश पांडे की हत्या,खुर्जा में धर्मेंद्र चौधरी की हत्या, खीरी में नरेंद्र सिंह भदौरिया पर जानलेवा हमला, अमेठी में लल्लन सिंह की गोली मारकर हत्या,बाराबंकी में कुलदीप रावत की हत्या, नितिन तिवारी की उन्नाव में हत्या, फतेह मोहम्मद खान की ग्रेटर नोएडा में गोली मारकर हत्या, मेरठ में मुकेश शर्मा की गोली मारकर हत्या, गाजियाबाद में बृजपाल सिंह की हत्या, इलाहाबाद में रवि प्रसाद तिवारी की गोली मारकर हत्या, इलाहाबाद में राजेंद्र श्रीवास्तव की हत्या, कानपुर में सत्येंद्र सिंह की गोली मारकर हत्या, राकेश पांडेय की लखनऊ में दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या, मुरादाबाद में रवि यादव की गोली मारकर हत्या,कानपुर देहात में न्यायालय आते वक्त दर्जनों अधिवक्ताओं पर जान लेवा हमला बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश की प्रथम महिला अध्यक्ष कि आगरा कोर्ट परिसर के अंदर गोली मारकर हत्या प्रदेश में कोई जनपद ऐसा नहीं है। जहां पर अधिवक्ताओं की हत्या एवम जानलेवा हमले न हो रहे हो है। न्यायालय में स्वतंत्र कामकाज के लिए खतरा जो सभ्य समाज के लिए बहुत चिंता का विषय है ।उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि अब वक्त आ गया है।

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अधिवक्ताओं को सड़क पर उतर कर लड़ना होगा रमेश चंद्र सिंह गौर वरिष्ठ उपाध्यक्ष जिला बार एसोसिएशन कानपुर देहात ने कहा कि यदि अधिवक्ताओ को सुरक्षा न दी गयी तो न्यायालय परिसर (court premises) व बाहर हत्या होती रहेंगी ज्ञापन में मांग की गई की कचहरी परिसर में असलहा लेकर जाने पर सख्ती से रोक लगाई जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके अधिवक्ता भयमुक्त वातावरण में कार्य कर सकें मृतक अधिवक्ता को पचास लाख रुपए की आर्थिक सहायता राशि दी जाए, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए साथ ही अधिवक्ताओं के सुरक्षा मद्देनजर रखते हुए प्रदेश में एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट अविलंब लागू किया जाए।

ज्ञापन में रमेश चंद्र गौर ,घनश्याम सिंह राठौर,राजेन्द्र द्विवेदी,सुरेंद्र कटियार,रविप्रकाश,सर्वेंद्र सिंह,प्रीती त्रिपाठी, महेन्द्रप्रताप सिंह,खुर्शीद अहमद,आशुतोष दुबे,हरिप्रकाश ,सुल्तान अली,महेंद्र सिंह यादव,जितेंद्र बाबू,अजीत सिंह,खलील अहमद,जयसिंह,धर्मेंद्र सिंह,दीपक यादव,विश्वनाथ सिंह,अवधेश कुमार निर्मल,राहुल यादव सुभाष चन्द्र,पुष्पेंद्र यादव,कर्मवीर सिंह,रामवीर सिंह ,आनंद यादव,गोपाल द्विवेदी राहुल कुमार पुष्पेंद्र यादव सोनू सिंह आदि अधिवक्ता उपस्थित रहे।

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