भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के पीलीभीत (Pilibhit) से सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) बीते कुछ दिनों से अपनी ही पार्टी पर हमलावर हैं। आए दिन किसी ने किसी मुद्दे को लेकर अपनी पार्टी को घेरने में जुटे हुए हैं। किसान आंदोलन के समय भी उन्होंने अपनी ही सरकार पर कई सवाल उठाए थे। साथ ही किसान आंदोलन को सही बताया था।
पीलीभीत। भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के पीलीभीत (Pilibhit) से सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) बीते कुछ दिनों से अपनी ही पार्टी पर हमलावर हैं। आए दिन किसी ने किसी मुद्दे को लेकर अपनी पार्टी को घेरने में जुटे हुए हैं। किसान आंदोलन के समय भी उन्होंने अपनी ही सरकार पर कई सवाल उठाए थे। साथ ही किसान आंदोलन को सही बताया था।
इस बीच उन्होंने संविदाकर्मियों के दर्द को साझा किया है। साथ ही प्रदर्शन कर रहे संविदा कर्मचारियों के संग बैठे रहे और उनकी बातों को सुना। साथ ही उन्होंने संविदाकर्मियों को नियमित करने पर जोर दिया। यह प्रदर्शन मनरेगा, स्वास्थ्य, आंगनबाड़ी, आशा बहुएं, शिक्षामित्रों के मानदेय के लिए चल रहा है।
आज पीलीभीत में संविदा कर्मियों जिनमें मनरेगा, स्वास्थ्य,आंगनबाड़ी,आशा बहुएं,शिक्षामित्रों व अन्य की वेदना को जाना।
संविदा कर्मी भी दूसरे सरकारी कर्मचारियों की तरह समान मानदेय के साथ समान सम्मान के भी हकदार हैं।नियमितीकरण और सम्मान की इस लड़ाई में मैं इनके साथ अंत तक खड़ा रहूंगा। pic.twitter.com/AqCCsYEzgB
— Varun Gandhi (@varungandhi80) December 20, 2021
पढ़ें :- IND vs SA 4th T20I: भारत ने टॉस जीतकर किया बल्लेबाजी का फैसला; देखें प्लेइंग इलेवन
इस बीच वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने उनके समर्थन में एक ट्वीट किया है। इसमें उन्होंने लिखा है कि, ‘आज पीलीभीत में संविदा कर्मियों जिनमें मनरेगा, स्वास्थ्य,आंगनबाड़ी,आशा बहुएं,शिक्षामित्रों व अन्य की वेदना को जाना। संविदा कर्मी भी दूसरे सरकारी कर्मचारियों की तरह समान मानदेय के साथ समान सम्मान के भी हकदार हैं।नियमितीकरण और सम्मान की इस लड़ाई में मैं इनके साथ अंत तक खड़ा रहूंगा’।