ईरान, पाकिस्तान, हिन्दुस्तान और चीन तक अफरा-तफरी मचाने वाले ईरानी विमान W581 ने आखिरकार अपने गंतव्य ग्वांग्झू (Guangzhou) में सुरक्षित लैंड कर लिया है। इसी के साथ सुरक्षा एजेंसियों (Security Agencies)ने राहत की सांस ली है। ईरान के महान एयर ने एक बयान जारी कर कहा कि विमान तय समय पर ग्वांग्झू (Guangzhou) पहुंच गया है।
नई दिल्ली। ईरान, पाकिस्तान, हिन्दुस्तान और चीन तक अफरा-तफरी मचाने वाले ईरानी विमान W581 ने आखिरकार अपने गंतव्य ग्वांग्झू (Guangzhou) में सुरक्षित लैंड कर लिया है। इसी के साथ सुरक्षा एजेंसियों (Security Agencies)ने राहत की सांस ली है। ईरान के महान एयर ने एक बयान जारी कर कहा कि विमान तय समय पर ग्वांग्झू (Guangzhou) पहुंच गया है।
ईरान की एयरलाइंस एजेंसी महान एयर (Iran’s Airlines Agency Mahan Air) के मुताबिक फ्लाइट संख्या W581 ने तेहरान से उड़ान भरी थी। जब विमान लगभग 9 बजकर 20 मिनट पर भारत के एयरस्पेस में पहुंचा तो फ्लाइट के पाइलट ने दिल्ली एयर ट्रैफिक कंट्रोल को सूचना दी कि विमान में कथित तौर पर बम है। इसके बाद फ्लाइट दिल्ली में लैंडिंग की इजाजत चाहता है। इस मांग को सुनकर दिल्ली एयर ट्रैफिक कंट्रोल (Delhi Air Traffic Control) तुरंत अलर्ट हो गया।
दिल्ली एयर ट्रैफिक कंट्रोल (Delhi Air Traffic Control) ने इस की सूचना तुरंत सुरक्षा एजेंसियों और इंडियन एयरफोर्स (Indian Air Force) को दी। सुरक्षा खतरे को भांपते हुए वायुसेना ने इस विमान को दिल्ली में लैंड करने की इजाजत नहीं दी। देखते ही देखते वायुसेना ने जोधपुर एयरबेस से तत्काल सुखोई जेट विमानों को एस्क्रैम्बल करने का निर्देश दिया।
फ्लाइटरडार 24 की डाटा के अनुसार ये विमान दिल्ली पर लैंड करने की कोशिश कर रहा था और अपने निर्धारित ऊंचाई से नीचे आ रहा था। इसे देखकर तुरंत एयरफोर्ट को अलर्ट कर दिया गया। सुखोई (Sukhoi) के 2 विमानों ने आसमान में ही इस विमान को घेर लिया। इस बीच मौके की नजाकत को समझते हुए इस विमान को जयपुर या चंडीगढ़ में लैंड करने की अनुमति दी गई, लेकिन पायलट ने इन शहरों में लैंड करने से इनकार कर दिया।
पायलट दिल्ली में ही लैंड करना चाह रहा था। इस प्रक्रिया में 45 मिनट तक यानी कि सुबह 9.20 से लेकर 10.5 तक ये विमान दिल्ली के आसमान में मंडराता रहा। इंडियन एयरफोर्स (Indian Air Force) के अनुसार इस दौरान सुखोई के जेट्स ईरानी पैसेंजर विमान (Iranian Passenger Plane) को घेरे रहे। भारत की सुरक्षा एजेंसियां इस विमान को लेकर किसी तरह का खतरा नहीं लेना चाहती थीं। आखिरकार ये विमान कुछ देर बाद ग्वांग्झू की ओर रवाना हो गया।