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Israel-Hamas War : अमेरिका की राष्ट्रपति जो बाइडन, बोले-अपने फैसले खुद ले सकते हैं इजरायली

Israel-Hamas War : गाजा में इजरायल की संभावित जमीनी कार्रवाई से जुड़ी खबरों के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन (US President Joe Biden) ने कहा है कि इजरायली अपने फैसले खुद ले सकते हैं। वाशिंगटन (Washington) की यात्रा पर पहुंचे ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज (Australian Prime Minister Anthony Albanese) के साथ मंगलवार को तस्वीर खिंचवाने के दौरान एक सवाल के जवाब में जो बाइडन (Joe Biden) ने यह टिप्पणी की है।

By संतोष सिंह 
Updated Date

Israel-Hamas War : गाजा में इजरायल (Israel) की संभावित जमीनी कार्रवाई से जुड़ी खबरों के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन (US President Joe Biden) ने कहा है कि इजरायली (Israelis) अपने फैसले खुद ले सकते हैं। वाशिंगटन (Washington) की यात्रा पर पहुंचे ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज (Australian Prime Minister Anthony Albanese) के साथ मंगलवार को तस्वीर खिंचवाने के दौरान एक सवाल के जवाब में जो बाइडन (Joe Biden) ने यह टिप्पणी की है। अमेरिकी राष्ट्रपति (US President) से पूछा गया था, ‘क्या आप इजरायल (Israel) पर जमीनी आक्रमण टालने का दबाव बना रहे हैं? जवाब में उन्होंने कहा कि इजरायली (Israelis)  अपने फैसले खुद ले सकते हैं।

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इजरायल (Israel) ने संयुक्त राष्ट्र प्रमुख (United Nations Chief) के संघर्ष विराम के आह्वान को खारिज करते हुए हमास को नष्ट करने की अपनी प्रतिज्ञा दोहराई है। साथ ही घोषणा की है कि गाजा में युद्ध केवल उसके लिए नहीं बल्कि ‘मुक्त विश्व का युद्ध’ है। आईडीएफ प्रमुख हर्जी हलेवी (IDF chief Herzi Halevi) ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि उनकी सेनाएं ‘आक्रमण के लिए तैयार’ हैं। इस बीच, रिपोर्टों में कहा गया है कि अगर इजरायल और गाजा के बीच चल रहे संघर्ष को नियंत्रित नहीं किया गया तो बाइडन प्रशासन (Biden Administration) मध्य पूर्व से कई हजारों अमेरिकी नागरिकों की सामूहिक निकासी को अंजाम देने की संभावना की तैयारी कर रहा है।

इधर इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट (Israeli Defense Minister Yoav Galant) ने गाजा में ‘सुरक्षा व्यवस्था’ बदलने के लिए पिछले हफ्ते एक योजना पेश की थी, जिसका आशय हमास को हटाने से समझा जा रहा है। उन्होंने कहा था कि योजना तीन चरणों में तैयार की गई है और इजराइली रक्षा बल (IFD) पहले चरण के तहत हवाई हमले कर रहे हैं। गैलेंट ने कहा था कि हवाई हमले के बाद जमीनी कार्रवाई की जाएगी और अंततः गाजा में ‘सुरक्षा व्यवस्था’ बदल दी जाएगी।

व्हाइट हाउस (White House) की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (National Security Council) में रणनीतिक संचार के समन्वयक जॉन किर्बी  John Kirby, Coordinator of Strategic Communications) ने संवाददाताओं से कहा कि अमेरिका यह सुनिश्चित करना जारी रखेगा कि इजराइल के पास अपनी रक्षा के लिए आवश्यक उपकरण और क्षमताएं उपलब्ध हों। उन्होंने कहा कि हम गाजा में मानवीय सहायता की आपूर्ति बनाए रखने का प्रयास जारी रखेंगे। हम बंधकों और अन्य लोगों को गाजा से उचित तरीके से बाहर निकालने की कोशिशें भी बरकरार रखेंगे। किर्बी ने कहा कि अभी संघर्ष-विराम से वास्तव में हमास को ही फायदा होगा। फिलहाल स्थिति यही है। हम अपने इजरायली (Israelis)  समकक्षों से हमास के खिलाफ कार्रवाई के दौरान आम नागरिकों को कम से कम नुकसान सुनिश्चित करने, निर्दोष जीवन का सम्मान करने और अतिरिक्त क्षति को रोकने की कोशिश करने के महत्व के बारे में बात करना जारी रखेंगे।

इस बीच संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस (UN chief Antonio Guterres) ने सुरक्षा परिषद की बैठक में कहा कि हमास ने इजरायल पर हमला ‘अकारण’ नहीं किया है। उनकी इस टिप्पणी से इजरायल नाराज हो गया और उसने संयुक्त राष्ट्र प्रमुख से इस्तीफे व माफी की मांग की है। इजरायल के विदेश मंत्री एली कोहेन ने सुरक्षा परिषद की मंत्रिस्तरीय बैठक में शिरकत की थी। उन्हें मंगलवार दोपहर संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय (United Nations Headquarters) में गुतारेस से मुलाकात करनी थी। कोहेन ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव (United Nations Secretary General) के साथ अपनी भेंट को रद्द कर दिया और उन पर आतंकवाद को ‘बर्दाश्त करने और उचित ठहराने’ का आरोप लगाया।

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संयुक्त राष्ट्र प्रमुख (UN chief) ने कहा कि यह भी मानना महत्वपूर्ण है कि हमास द्वारा किए गए हमले अकारण नहीं हुए। फलस्तीन के लोगों को 56 वर्षों से घुटन भरे कब्जे का सामना करना पड़ रहा है। गुटेरेस ने कहा कि उन्होंने अपनी जमीन को लगातार (यहूदी) बस्तियों द्वारा हड़पते और हिंसा से ग्रस्त होते देखा है। उनकी अर्थव्यवस्था चरमरा गई। उनके लोग विस्थापित हो गए और उनके घर ध्वस्त कर दिये गए। अपनी दुर्दशा के राजनीतिक समाधान की उनकी उम्मीदें खत्म होती जा रही हैं, लेकिन फलस्तीनियों की शिकायतों को हमास के भयावह हमलों से उचित नहीं ठहराया जा सकता है। और वे भयावह हमले फलस्तीनी लोगों की सामूहिक दंड को उचित नहीं ठहरा सकते है।

सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में, कोहेन ने कहा कि वह ‘संयुक्त राष्ट्र महासचिव (United Nations Secretary General) से नहीं मिलेंगे। सात अक्टूबर के नरसंहार के बाद, संतुलित दृष्टिकोण के लिए कोई जगह नहीं है। हमास को धरती से मिटा देना चाहिए। बाद में संयुक्त राष्ट्र (UN ) में इजरायल के राजदूत गिलाद एर्दान ने कहा कि ‘महासचिव महोदय, आप सारी नैतिकता और निष्पक्षता खो चुके हैं। जब आप ये भयानक शब्द कहते हैं कि ये जघन्य हमले अकारण नहीं हुए हैं तो आप आतंकवाद को सहन कर रहे हैं और आतंकवाद को सहन करके आप आतंकवाद को उचित ठहरा रहे हैं। मुझे लगता है कि महासचिव को इस्तीफा दे देना चाहिए। हमने उनसे माफी की मांग करते हैं।

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