हिंदू धर्म एकादशी की विशेष मान्यता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, एकादशी व्रत का पालन करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। विधि-विधान के साथ इस व्रत का पालन करने से है कि भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं।
Kamada Ekadashi fasting 2022 : हिंदू धर्म एकादशी की विशेष मान्यता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, एकादशी व्रत का पालन करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। विधि-विधान के साथ इस व्रत का पालन करने से है कि भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं। इस बार एकादशी में सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है। वैदिक धर्म ग्रंथों के मुताबिक जो भी प्राणी वर्ष के २४ एकादशी व्रत रखता है। वह जीवन में कभी भी स्वास्थ्य तथा समृद्धि जैसी परेशानियों या संकटों से नहीं जूझता और उसके जीवन में धन और समृद्धि बनी रहती है। विष्णु पुराण के अनुसार तन-मन को स्वस्थ रखने और शरीर की सुंदरता के लिए एकादशी का व्रत सभी को करना चाहिए।
कामदा एकादशी 2022 पूजा मुहूर्त
चैत्र शुक्ल एकादशी तिथि का प्रारंभ: 12 अप्रैल, मंगलवार, प्रात: 04 बजकर 30 मिनट पर
चैत्र शुक्ल एकादशी तिथि का समापन: 13 अप्रैल, बुधवार, प्रात: 05 बजकर 02 मिनट पर
सर्वार्थ सिद्धि योग: सुबह 05 बजकर 59 मिनट से सुबह 08 बजकर 35 मिनट तक
दिन का शुभ समय: दिन में 11:57 बजे से दोपहर 12:48 बजे तक
एकादशी व्रत नहीं करना चाहिए ये काम
इस व्रत में नमक, तेल, चावल अथवा अन्न वर्जित है।
मसूर की दाल का त्याग
इस दिन क्रोध, मिथ्या भाषण का त्याग करना चाहिए।