बॉलीवुड क्वीन कंगना रनौत (Kangana Ranaut) आए दिन अपने बयानो के चलते चर्चाओं में बनी रहतीं हैं। सिंगर जावेद अख्तर (Javed Akhtar)ने बॉम्बे उच्च न्यायालय में उनके खिलाफ याचिका दायर की थी। साथ ही अख्तर की आपराधिक मानहानि की शिकायत पर सिटी मजिस्ट्रेट (city magistrate) द्वारा शुरू की गई कार्यवाही रद्द करने का अनुरोध किया है।
नई दिल्ली: बॉलीवुड क्वीन कंगना रनौत (Kangana Ranaut) आए दिन अपने बयानो के चलते चर्चाओं में बनी रहतीं हैं। सिंगर जावेद अख्तर (Javed Akhtar)ने बॉम्बे उच्च न्यायालय में उनके खिलाफ याचिका दायर की थी। साथ ही अख्तर की आपराधिक मानहानि की शिकायत पर सिटी मजिस्ट्रेट (city magistrate) द्वारा शुरू की गई कार्यवाही रद्द करने का अनुरोध किया है।
आपको बता दें, उनके वलील रिजवान सिद्दीकी ने अपने बयान में यह स्व किया है कि अंधेरी मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट ने केवल पुलिस की रिपोर्ट पर ही भरोसा किया है। और उसी पर करर्यवाही शुरू कि थी। आर ये भी कहा कि उन्होने स्वतंत्र रूप से गवाहों से पूछताछ भी नहीं की गई है।
वहीं दूसरी तरफ जावेद ने एक टीवी इंटरव्यू में कंगना के खिलाफ मानहानिकारक और निराधार टिप्पणी करने के लिए नवंबर 2020 में मजिस्ट्रेट (magistrate) के समक्ष रनौत के खिलाफ आपराधिक शिकायत दर्ज की थी
अदालत ने दिसंबर में उपनगरीय जुहू पुलिस को जांच करने का निर्देश दिया। पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि अपराध हुआ था और आगे जांच की जरूरत है। इस पर अदालत ने रनौत के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू की और फरवरी 2021 में उन्हें समन जारी किया। अभिनेत्री ने याचिका में कहा है, ”मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट ने जांच करने के लिए अपनी शक्तियों का इस्तेमाल नहीं किया बल्कि इसके बजाय हस्ताक्षर किए गवाहों के बयान एकत्र करने के लिए पुलिस तंत्र का इस्तेमाल किया ऐसा तो कभी सुना ही नहीं गया।” याचिका में कहा गया कि आशंका है कि पुलिस ने गवाहों को प्रभावित किया और मजिस्ट्रेट को शपथ पत्र के साथ गवाहों के बयान दर्ज करने चाहिए थे ताकि ”यह साबित किया जा सके कि वास्तविक मामला बनाया गया।” उच्च न्यायालय में अगले सप्ताह रनौत की याचिका पर सुनवाई हो सकती है।