सनातन धर्म में पूजा पाठ में कपूर का उपयोग किया जाता है। कपूर से भगवान की आरती का नियम है। यह यज्ञ और हवन में उपयोग किया जाता है।
Kapoor Ke Fayde : सनातन धर्म में पूजा पाठ में कपूर का उपयोग किया जाता है। कपूर से भगवान की आरती का नियम है। यह यज्ञ और हवन में उपयोग किया जाता है। कपूर की सुगंध मन को मोह लेती है। कपूर के चमत्कारी गुण से जीवन में बहुत सी बाधाओं से मुक्ति मिलती है। स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं से निजात के लिए भी कई बार कपूर का प्रयोग किया जाता है। लौंग और कपूर को साथ जलाने का भी विधान है।
संध्या वंदन के समय ,कपूर, जरूर जलाएं
कपूर दर्द और सूजन से राहत देता है। इसलिए दर्द और सूजन को दूर करने के लिए इसका उपयोग किया जाता है।
कपूर या कपूर मोम की तरह उड़नशील दिव्य वनस्पति द्रव्य है। इसे अक्सर आरती के बाद या आरती करते वक्त जलाया जाता है जिससे वातावरण में सुगंध फैल जाती है और मन एवं मस्तिष्क को शांति मिलती है। शास्त्रों के अनुसार देवी.देवताओं के समक्ष कपूर जलाने से अक्षय पुण्य प्राप्त होता है। अत, प्रतिदिन सुबह और शाम घर में संध्या वंदन के समय ,कपूर, जरूर जलाएं।
लौंग तथा कपूर जला दिया करें
पितृदोष और कालसर्प दोष से मुक्ति हेतु, कर्पूर जलाने से देव दोष व पितृदोष का शमन होता है।धनवान बनने के लिए, रात्रि काल के समय रसोई समेटने के बाद चांदी की कटोरी में लौंग तथा कपूर जला दिया करें। यह कार्य नित्य प्रतिदिन करेंगे तो धन-धान्य से आपका घर भरा रहेगा। धन की कभी कमी नहीं होगी।