नए कृषि कानूनों (new agricultural laws) को लेकर किसानों का प्रदर्शन जारी है। किसान बीते आठ महीनों से अपनी मांग को लेकर दिल्ली के बार्डर (Delhi border) पर प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने ऐलान किया है कि पांच सितंबर को होने वाली महापंचायत (mahapanchayat) में आर पार की रणनीति तैयारी की जायेगी।
मुजफ्फरनगर। नए कृषि कानूनों (new agricultural laws) को लेकर किसानों का प्रदर्शन जारी है। किसान बीते आठ महीनों से अपनी मांग को लेकर दिल्ली के बार्डर (Delhi border) पर प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने ऐलान किया है कि पांच सितंबर को होने वाली महापंचायत (mahapanchayat) में आर पार की रणनीति तैयारी की जायेगी।
किसान नेता ने नए कृषि कानूनों (new agricultural laws) को वापस लेने की मांग एक बार फिर से दोहराई। उन्होंने कहा कि ये कृषि कानून (new agricultural laws) किसान मजदूर और आमजन के विरोधी हैं। बिना मांगे ही किसानों पर कृषि कानून थोप दिए हैं, जिससे किसान पहले कर्ज में डूबेगा, फिर धीरे-धीरे पूंजीपति किसानों से उनकी जमीन हड़पने का काम करेंगे।
देश के लोग किसान आंदोलन (Kisan Andolan) से नहीं वैचारिक क्रांति से जुड़ रहे हैं। इसके साथ ही राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में किसान 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) में होने वाली महापंचायत (Muzaffarnagar) में पहुंचे।
उन्होंने कहा कि सरकार इसे केवल पश्चिमी उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के किसानों का आंदोलन बता रही है लेकिन इसमें 550 से अधिक किसान संगठन जुड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार यह गलतफहमी छोड़ दे कि किसान थक कर घर वापस चले जाएंगे।