जीवन जीने की कला में ज्ञान की महत्वपूर्ण भूमिका है। हिंदू धर्म में प्राचीन काल से ही ज्ञान की खोज में ऋषि गणों में घोर तपस्या की।
Shakun Shastra: जीवन जीने की कला में ज्ञान की महत्वपूर्ण भूमिका है। हिंदू धर्म में प्राचीन काल से ही ज्ञान की खोज में ऋषि गणों में घोर तपस्या की। तपस्या के दौरान जो अनुभव ऋषियों को प्राप्त हुए उसे उन्होंने ग्रंथों में सहेज दिया। दैनिक कार्यो में शुभ अशुभ के विषय प्राचीन ग्रंथ शकुन शास्त्र में बताया गया है कि कुछ विशेष प्रकार की घटनाएं हमारे भविष्य का संकेत देते हैं। शगुन को शुभ शकुन तथा प्रतिकूल भविष्यवाणी करने वाले शकुनों को अपशकुन कहा जाता है। कुत्ते बहुत वफादार होते हैं। घरों की रखवाली भी करते हैं। आइये जानते हैं उन संकेतों के बारे जो कुत्ते से प्राप्त होते हैं।
1.रास्ते में यदि कोई कुत्ता बाईं ओर संग-संग चले तो सुंदर स्त्री और धन की प्राप्ति हो सकती है।
2.भोजन करते समय यदि कोई कुत्ता आपके सामने आकर अपनी पूंछ उठाकर सिर को हिलाता है तो वह भोजन नहीं करना चाहिए।
3.कुत्ता पेड़ के नीचे खड़ा होकर भौंकता है तो ये वर्षाकाल में अच्छी वर्षा का संकेत होता है।
4.कुत्ता यदि अपनी जीभ से अपने दाहिने अंग को चाटता है अथवा खुजलाता है तो ये कार्य सिद्धि की सूचना है।
5.चारपाई के नीचे घुसकर कुत्ता भौंकता है तो उस चारपाई पर सोने वाले को रोग और मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।