हरिद्वार: तीर्थनगरी वृंदावन में कुंभ बैठक मेला आरंभ हो गया है। यमुना के तट पर बसे कुंभ नगर में प्रवेश करते ही विभिन्न तरह की भक्ति के दर्शन हो रहे हैं। संत-महात्माओं की चहल-पहल के बीच आकाश में गूंजते श्रीमद्भागवत और श्रीराम कथा के स्वर भक्तों को आनंदित कर रहे हैं। वृंदावन कुंभ का प्रथम शाही स्नान 27 फरवरी को रखा गया है।
हरिद्वार से पहले शुरू हुए वृंदावन कुंभ में धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियां आरंभ हो गई हैं। लगभग 56 एकड़ क्षेत्र में फैले कुंभ नगर में अद्भुत नजारे अब नज़र आने लगे हैं। खासकर विभिन्न पंडालों में जारी धार्मिक आयोजन यहां लोगों को आकर्षित कर रहे हैं। कुंभ क्षेत्र में संतों के दर्शन के अलावा अनेक पंडाल में श्रीमद्भागवत और रामकथा हो रही हैं।
प्रवचनों का दौर भी जारी है। ब्राह्मण सेवा संघ के पंडाल में रास का आयोजन हो रहा है, तो अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के पंडाल में आचार्य अनिरुद्धाचार्य श्रीमद्भागवत का पाठ कर रहे हैं। श्रीराधा श्याम सुंदर मंदिर के पंडाल में आचार्य मारुतिनंदन और काठिया बाबा आश्रम के पंडाल में भी धार्मिक आयोजन हो रहे हैं।
इनके साथ ही वृंदावन और बाहर से आए आचार्य, संत-महात्माओं के शिविरों में भी धार्मिक गतिविधियां लोगों को यहां आने के लिए आकर्षित कर रही हैं। वृंदावन कुंभ का प्रथम शाही स्नान 27 फरवरी का है। इसके लिए माघ मेला में डेरा जमाए संत यहां 25 फरवरी के आसपास वृंदावन पहुंचेंगे। इस दौरान प्रयागराज से वृंदावन पहुंचने वाले संतों की तादाद काफी होगी। इसी के आसपास भीड़ के भी बढ़ने की संभावना है।