कई मुस्लिम देशों (Muslim Countries) में न तो महिलाओं की स्थिति बहुत अच्छी है और न ही उनके प्रति पुरुषों की सोच। इसी वजह से वहां उन पर कई तरह के प्रतिबंध लगाकर उनकी आजादी छीनी जाती है। हाल ही में मध्य एशियाई देश किर्गिस्तान (Kyrgyzstan) के अवॉर्ड विजेता मौलाना सदयबकास डूलोव (Maulana Sadybakas Doolov) के तरफ से महिलाओं को लेकर दिया गया बयान इसी हकीकत को बयां करता नजर आ रहा है।
नई दिल्ली। कई मुस्लिम देशों (Muslim Countries) में न तो महिलाओं की स्थिति बहुत अच्छी है और न ही उनके प्रति पुरुषों की सोच। इसी वजह से वहां उन पर कई तरह के प्रतिबंध लगाकर उनकी आजादी छीनी जाती है। हाल ही में मध्य एशियाई देश किर्गिस्तान (Kyrgyzstan) के अवॉर्ड विजेता मौलाना सदयबकास डूलोव (Maulana Sadybakas Doolov) के तरफ से महिलाओं को लेकर दिया गया बयान इसी हकीकत को बयां करता नजर आ रहा है।
मौलाना के इस बयान की पूरी दुनिया में आलोचना हो रही है। बता दें कि इस मौलाना सदयबकास डूलोव (Maulana Sadybakas Doolov) ने कहा कि मांस की बढ़ती कीमतों के लिए महिलाओं का कम कपड़े पहनना जिम्मेदार है।
महिलाओं से ज्यादा कपड़े पहनने की अपील
रिपोर्ट के मुताबिक, इस्लामिक यूनिवर्सिटी (Islamic University) के प्रमुख रह चुके मौलाना डोलोव ने बुजुर्गों से अपील की है कि वे महिलाओं को ज्यादा कपड़े पहनने के लिए कहें ताकि मांस की कीमतों को कम किया जा सके। रेडियो फ्री यूरोप (Radio Free Europe) की रिपोर्ट के मुताबिक, मौलाना का कहना है कि मांस की कीमतें इसलिए बढ़ रही हैं क्योंकि महिलाएं अपने शरीर का ज्यादा प्रदर्शन कर खुद को सस्ता बना रही हैं। उन्होंने अपने बयान के समर्थन में कहा कि’जानते हैं, आपके यहां मांस कब महंगा हो जाता है? इसका पैसा तब बढ़ता है जब महिलाओं का मांस सस्ता हो जाता है। मौलाना ने कहा कि एक महिला का मांस तब सस्ता होता है जब वह अंग प्रदर्शन करती है, अंगूठे की तरह जांघें भी दिखाने लगती है।
मौलाना पर कार्रवाई की मांग
मौलाना के इस बयान को लेकर महिलाओं में काफी नाराजगी है। यह सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रहा है। वहां भी लोग अपना गुस्सा निकाल रहे हैं। कई महिलाएं सरकार से इमाम के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर कार्रवाई की मांग कर रही हैं। बताया गया है कि यह मौलाना राजधानी के स्वेरडलोव जिले की एक मस्जिद में इमाम हैं।
सरकार ने जांच के बाद दी क्लीन चिट
बयान पर विरोध बढ़ते देख सरकारी धार्मिक अथॉरिटी ने इस पर संज्ञान लिया है। अफसरों का कहना है कि उन्होंने डूलोव के बयान की जांच की है। यह पता लगाने की कोशिश की है कि उनके इस बयान से किसी महिला के सम्मान और प्रतिष्ठा का उल्लंघन तो नहीं हुआ है। जांच में ये निकला कि मौलाना डूलोव के बयान से किसी भी इस्लामिक कानून का उल्लंघन नहीं किया है। उनके भाषण को गलत तरीके से लिया गया है। डूलोव ने भी यही कहा है कि, उनके भाषण को कुछ लोगों ने गलत तरीके से पेश किया है।
बता दें कि किर्गिस्तान में मांस की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। इसे लेकर लोग सरकार से सवाल भी पूछ रहे हैं। पिछले महीने किर्गिस्तान में मीट की कीमतें करीब 600 रुपये प्रति किलो थीं। दावा किया जा रहा है कि आगे भी यह दाम बढ़ेंगे।