Lakhimpur Kheri Violence : एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार (ADG Law and Order Prashant Kumar) और भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता (National Spokesperson of Bharatiya Kisan Union) राकेश टिकैत (Rakesh Tikait)के बीते सोमवार को लखीमपुर में हुई बैठक में सहमति बन गई है। मिली जानकारी के अनुसार मृतकों के परिजनों को 45 लाख, घायलों को 10 लाख रुपये का मुआवजा , मृतकों के परिवार में एक को योग्यता अनुसार नौकरी, घटना की न्यायिक जांच और गृह राज्य मंत्री के बेटे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने पर सहमति बन गई है।
लखनऊ। Lakhimpur Kheri Violence : एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार (ADG Law and Order Prashant Kumar) और भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता (National Spokesperson of Bharatiya Kisan Union) राकेश टिकैत (Rakesh Tikait)के बीते सोमवार को लखीमपुर में हुई बैठक में सहमति बन गई है। मिली जानकारी के अनुसार मृतकों के परिजनों को 45 लाख, घायलों को 10 लाख रुपये का मुआवजा , मृतकों के परिवार में एक को योग्यता अनुसार नौकरी, घटना की न्यायिक जांच और गृह राज्य मंत्री के बेटे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने पर सहमति बन गई है।
यूपी के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में किसानों और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच हुए संघर्ष के बाद तनाव को कम करने के लिए जिला प्रशासन और किसानों के बीच बैठक खत्म हो गई है। बैठक में डीएम और एसपी के साथ किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) समेत 12 लोग मौजूद थे। इस दौरान किसानों ने प्रशासन के सामने चार बड़ी मांग रखी थी। किसानों की पहली मांग थी कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा (Union Minister of State for Home Ajay Mishra) को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जाए। अजय मिश्रा (Ajay Mishra) के बेटे को गिरफ्तार किया जाए। इसके अलावा मृतकों के परिजनों को एक करोड़ का मुआवजा और परिजनों के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए।
उधर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा (Union Minister of State for Home Ajay Mishra) ने कहा है कि लखीमपुर की घटना दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि इसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह एक साजिश के तहत की गई घटना है। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा (Union Minister of State for Home Ajay Mishra) ने घटना के पीछे खालिस्तान कनेक्शन होने की भी आशंका जताई है। इसके साथ ही कहा कि उनके बेटे आशीष मिश्रा घटना स्थल पर मौजूद ही नहीं थे। अगर वे घटनास्थल पर मौजूद होते तो उनकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई होती। अजय मिश्रा (Ajay Mishra)ने कहा कि हमारे तीन लोग और एक ड्राइवर की हत्या की गई है। हमारे पास इसके वीडियो भी है। हम इसमें एफआईआर (FIR) दर्ज करवाने जा रहे हैं। उधर केंद्रीय राज्यमंत्री के बेटे आशीष मिश्रा का कहना है कि वे घटना के दौरान मौके पर मौजूद ही नहीं थे। ये एक बड़ी साजिश है और इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे चार लोगों की पीट-पीटकर हत्या की गई है।