उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (Uttar Pradesh Assembly Election 2022) को लेकर राजनीतिक पार्टियों ने तैयारियां तेज कर दी हैं। वहीं, अब निर्वाचन आयोग (Election Commission) भी मुस्तैद हो गया है। निर्वाचन आयोग ने यूपी विधानसभा चुनावों को लेकर निर्देश दिया है। निर्वाचन आयोग के इस निर्देश के बाद आशंका जताई जा रही है कि प्रदेश में 20 दिसंबर के बाद कभी भी आदर्श चुनाव आचार सहिंता लागू हो सकती है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (Uttar Pradesh Assembly Election 2022) को लेकर राजनीतिक पार्टियों ने तैयारियां तेज कर दी हैं। वहीं, अब निर्वाचन आयोग (Election Commission) भी मुस्तैद हो गया है। निर्वाचन आयोग ने यूपी विधानसभा चुनावों को लेकर निर्देश दिया है। निर्वाचन आयोग के इस निर्देश के बाद आशंका जताई जा रही है कि प्रदेश में 20 दिसंबर के बाद कभी भी आदर्श चुनाव आचार सहिंता लागू हो सकती है।
यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार का कार्यकाल 14 मई 2022 तक है। निर्वाचन आयोग की तरफ से स्पष्ट किया गया है कि प्रदेश में लंबे समय से तैनात अधिकारी और कर्मचारियों को तत्काल हटाया जाए। आयोग के निर्देश के बाद एक जिले में तीन साल से ज्यादा समय से जमे अधिकारी और कर्मचारियों का तबादला दूसरी जगहों पर किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश (UP) के साथ ही निर्वाचन आयोग ने गोवा, मणिपुर, पंजाब व उत्तराखंड सरकार को भी निर्देश भेजा है। निर्वाचन आयोग के इस निर्देश के बाद आशंका लगाई जाने लगी है कि प्रदेश में 20 दिसंबर के बाद कभी भी आर्दश चुनाव आचार संहिता लागू की जा सकती है। इसके बाद संभव है कि प्रदेश में 20 जनवरी से फरवरी तक विधानसभा चुनाव सम्पन्न हों।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा 2022 का चुनाव तय समय से होगा। उत्तर प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग ने एक नवम्बर से मतदाता संक्षिप्त पुनरीक्षण की तैयारी की है। इसका काम एक से 30 नवंबर तक होगा। प्रदेश में मतदाता संक्षिप्त पुनिरीक्षण का विशेष अभियान सम्पन्न होने के बाद 20 दिसम्बर तक दावे और आपत्तियों का निस्तारण होगा। इसके बाद पांच जनवरी 2022 को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन होगा।