महाराष्ट्र की राजनीति में सियासी सरगर्मी बढ़ी हुई है। अजित पवार की पार्टी को बड़ा झटका लगा है। बुधवार को पुणे में शरद पवार की मौजूदगी में राकांपा के 29 पार्षद राकांपा (शरद चंद्र पवार) पार्टी में शामिल हुए। लोकसभा चुनाव के बाद अजित पवार को ये दूसरा बड़ा झटका लगा है।
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की राजनीति में सियासी सरगर्मी बढ़ी हुई है। अजित पवार की पार्टी को बड़ा झटका लगा है। बुधवार को पुणे में शरद पवार की मौजूदगी में राकांपा के 29 पार्षद राकांपा (शरद चंद्र पवार) पार्टी में शामिल हुए। लोकसभा चुनाव के बाद अजित पवार को ये दूसरा बड़ा झटका लगा है। वहीं, कुछ दिनों बाद प्रदेश में विधानसभा के चुनाव होने वाला है। ऐसे में इतनी बड़ी संख्या में पार्षदों का राकांपा (शरद चंद्र पवार) पार्टी में शामिल होना बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है। वहीं, अब डिप्टी सीएम अजित पवार ने गुरुवार को पुणे के पिंपरी चिंचवाड़ में पार्टी नेताओं से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि, मुलाकात के उन्होंने कई रणनीति बनाई है।
उधर, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं। उन्होंने अपने आवास पर पार्टी के नेताओं की बैठक बुलाई है। महाराष्ट्र में आने वाले कुछ ही महीनों विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसको लेकर सियासी माहौल गरमाने लगा है। राज्य की 288 सीट वाली विधानसभा के लिए अक्टूबर या उससे पहले चुनाव आयोजित होने की संभावना है।
बता दें कि, 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन एनडीए को सरकार बनाने के लिए स्पष्ट बहुमत मिला था। लेकिन अंदरूनी कलह के चलते शिवसेना ने एनडीए को छोड़ दिया था और राकांपा के साथ एक नया गठबंधन बनाया। फिर कांग्रेस ने महा विकास अघाड़ी (एमवीए) को बुलाया और राज्य में सरकार बनाई थी। हालांकि, कुछ महीने सरकार चलने के बाद गिर गयी थी। शिवसेना में बड़ी फूट हो गयी और एकनाथ शिंदे बड़ी संख्या में विधायकों को लेकर चले गए और भाजपा के साथ मिलकर सरकार बना लिए।